उत्तर प्रदेश में 2017 में होने वाले चुनावों के मद्देनज़र सपा सरकार ने सोशल मीडिया पर अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए एक नयी मुहिम की शुरूआत की है, जिसका नाम #isupportAkhilesh है। इस मुहिम को लेकर सूबे की राजधानी लखनऊ में सपा के कार्यकर्ताओं की एक मीटिंग रखी गई। पार्टी का यह कार्यक्रम इससे पहले नोएडा में हो चुका है।
2014 की तर्ज़ पर होगा कैम्पेन:
इस मीटिंग में सपा सरकार की नवनिर्वाचित पार्टी प्रवक्ता पंखुडी पाठक ने जिन्हें सोशल मीडिया का प्रभारी भी बनाया गया है। पार्टी के युवा कार्यकर्ताओं के सामने सोशल मीडिया पर पार्टी का प्रचार करने के लिए अपने विचार प्रकट किये। इस दौरान उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री मोदी की तर्ज़ पर मुख्यमंत्री अखिलेश की छवि बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि, “2014 में मोदी ब्रांड की तरह ही अखिलेश को ब्रांड बनायेंगे”। पार्टी डेमोग्राफिक सिद्धांत पर तैयारी करेगी।
निराशाजनक रहा सोशल मीडिया कैम्पेन:
समाजवादी सरकार का राजधानी लखनऊ में पहले सोशल मीडिया कैम्पेन का बुरा हाल रहा। पार्टी द्वारा प्रदेश भर से आवाहन करने के बाद भी कैम्पेन में सदस्यों की उपस्थिति न के बराबर रही, पूरे कार्यक्रम के दौरान सदस्यों की संख्या 19 के पार भी नहीं पहुंची। सूबे के अलग-अलग क्षेत्रों से जो कार्यकर्ता कैम्पेन में पहुंचे थे, उनके लिए जलपान की भी व्यवस्था नहीं थी। पंखुड़ी पाठक के कैम्पेन की असफलता इसी बात से सिद्ध होती है कि, पार्टी के कार्यकर्ताओं में कैम्पेन को लेकर किसी भी प्रकार का उत्साह देखने को नहीं मिला। पार्टी के किसी भी बड़े नेता ने पार्टी के इतने महत्वपूर्ण कार्यक्रम में हिस्सा लेना जरुरी नहीं समझा। दिन-रात प्रदेश की जनता को अपने विकास कार्य गिनाने वाली समाजवादी सरकार के इतने महत्वपूर्ण कार्यक्रम में स्वयं की पार्टी के कार्यकर्ता ही विमुख दिखे। पंखुड़ी पाठक जिन्हें प्रदेश में कांग्रेस के सोशल मीडिया प्रभारी प्रशांत किशोर को टक्कर देने वाला माना जा रहा था, उन्हें उनके पहले सोशल मीडिया कैम्पेन में सिर्फ निराशा ही हाथ लगी है।