दिवाली के बाद से दिल्ली में प्रदूषण का बढ़ता स्तर थमने का नाम नही ले रहा है । कल रात प्रदूषण ने बढ़ने की अपनी सारी हदों को तोड़ दिया । हालात इतने बदतर हो गए इस प्रदूषण को मीटर से भी रिकार्ड करना संभव नही था । बता दें कि दिल्ली में रात क़रीब 10.40 मिनट पर अब तक का सबसे ज्यादा प्रदूषण स्तर रिकॉर्ड किया गया । ये इनता ज्यादा था कि इसे मीटर से रिकॉर्ड भी नहीं किया जा सका।प्रदूषण के चलते दिल्ली में आपातकाल की स्थिति पहले ही घोषित कि जा चुकी है । लेकिन कल के बाद एक्सपर्ट्स ने लोगों को घर में ही रहने कि सलाह दी है। निकलना ज़रूरी हो तो मास्क पहनकर निकलने की सलाह दी गई है।
दिल्ली के इन इलाकों में सब से ज्यादा प्रदूषण
ऐसे तो पूरी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा है। लेकिन दिल्ली के इन इलाकों में प्रदूषण सबसे ज्यादा नोट किया गया।
- पूसा रोड पर PM 2.5-500 से ज्यादा है जोकि खतरनाक है।
- मथुरा रोड पर भी प्रदूषण के यही हालात है वहां भी PM 2.5-500 से ऊपर है।
- इंदिरा गांधी अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भी PM 2.5-500 से ज्यादा है।
- दिल्ली के साथ साथ नोएडा का भी बुरा हाल है।
- वहां भी PM 2.5 आज सुबह के वक्त 500 से ज्यादा है।
- यही हाल गुड़गांव कभी है वहां भी PM 2.5-500 से ज्यादा है।
दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने के कारण
- दीवाली की रात दिल्ली एनसीआर में छोड़े गए पटाखे इस हालात के लिए बड़े जिम्मेदार हैं।
- इसके अलावा पास के राज्यों में खेतों में जलाई जा रही पराली भी इसकी बड़ी वजह है।
- दिल्ली में कंस्ट्रक्शन साइट्स पर होने वाला काम भी प्रदूषण का एक कारण है।
- यही नही अंतिम क्रियाओं कि वजह से भी प्रदूषण का स्तर बढ़ा है।
- सड़कों पर बहुत ज्यादा धुल मिटटी उड़ना भी इसका एक कारण है।
- घरों और दुकानों में धूप-अगरबत्ती ज्यादा जलाया जाना।
- सड़कों और पार्क कि सफाई करते समय कूड़ा करकट ,कागजऔर पत्तों का जलाया जाना।
- रेड सिग्नल पर कारों को बंद बना करने से भी बहुत प्रदुषण बढ़ा है।
- इसके साथ ही इंडस्ट्रीयल पॉल्यूशन भी तेज़ी से बढ़ना।
ये भी पढ़ें :ब्रिटिश प्रधानमंत्री ‘थेरेसा मे’ आज भारत दौरे पर !