जाधवपुर यूनिवर्सिटी एक बार फिर विवादों में है। अनुपम खेर की आनेवाली फिल्म ‘बुद्धा इन ट्रैफिक जाम‘ को लेकर जाधवपुर यूनिवर्सिटी में दो गुटों के बीच जमकर हंगामा हुआ।
जाधवपुर यूनिवर्सिटी में ‘बुद्धा इन ट्रैफिक जाम’ की स्क्रीनिंग के मौके पर जमकर बवाल हुआ। यूनिवर्सिटी में दो गुटों के बीच मारपीट भी हुई। इस फिल्म में अनुपम खेर ने भी काम किया है।
गौरतलब है कि जाधवपुर यूनिवर्सिटी उस वक्त चर्चा में आई जब वहां के कैंपस में देश-विरोधी नारे लगाते हुए छात्रों का विडियो वायरल हुआ और सोशल मीडिया समेत देश के कई हिस्सों में इस हरकत की कड़ी निंदा हुई थी। इस फिल्म के विरोध में स्वर उठने को उस घटना से भी जोड़कर देखा जा रहा है जब अनुपम खेर ने JNU विवाद और जाधवपुर यूनिवर्सिटी विवाद के बाद देश विरोधी नारे लगाने वालों के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया दी थी।
जाधवपुर यूनिवर्सिटी में हुई मारपीट के दौरान कुछ लड़कियों से छेड़छाड़ की कोशिश भी हुई। रूपा गांगुली जो कि बीजेपी प्रतिनिधि के तौर कैंपस में जाना चाहती थी, उन्हें बाहर ही रोक दिया गया था।
इससे पहले जाधवपुर यूनिवर्सिटी कैंपस में टकराव की स्थिति तब उत्पन्न हो गई जब वाम समर्थित छात्र संगठन ने ‘बुद्धा इन ट्रैफिक जाम‘ की स्क्रीनिंग के दौरान हंगामा शुरू कर दिया और नारेबाजी करने लगे। इसके बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् स्क्रीनिंग के समर्थन में आ गया और बवाल बढ़ गया।
बीजेपी नेता का विवादित बयान
इस मामले में बीजेपी के तरफ से भी विवादित बयान आया जब राज्य के बीजेपी प्रमुख दिलीप घोष ने कहा,’जाधवपुर यूनिवर्सिटी देश विरोधियों का अड्डा है। वाम समर्थित छात्र संगठन देश विरोधियों के लिए जमीन तैयार कर रहे हैं। इनके द्वारा देशविरोधी नारे देने की घटना हम देख चुके हैं।’ घोष ने मांग की कि वीसी कैंपस में देशविरोधी तत्वों को समर्थन दे रहे हैं जिसकी जाँच होनी चाहिए।
एकबार फिर ये मामला पूरी तरह से तूल पकड़ता दिख रहा है और इस मुद्दे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चूका है।