पूर्वोत्तर राज्य सिक्किम-चीन के बॉर्डर पर पिछले 4 दिनों से तनाव जारी है। भारत और चीन दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने है। चीन ने भारतीय सैनिकों पर बॉर्डर में घुसने और सड़क निर्माण का काम रोकने का आरोप लगाया है। चीनी सेना ने भारत के दो बंकरों को तोड़ दिया और कहा कि ये चीन की सीमा में बने हुए थे। इसे मामले में चीन सख्त संदेश दे रहा है और बॉर्डर पर माहौल बिगाड़ने का आरोप लगातार लगा रहा है। आइए जानते हैं कि सिक्किम में बॉर्डर पर विवाद का कारण क्या है?

सड़क बनाने से शुरु हुआ विवाद :

  • पिछले दिनों सिक्किम सेक्टर के डोंगलांग में चीन की ओर से सड़क बनाने का भारतीय सैनिकों ने विरोध किया।
  • इसके बाद चीनी सैनिकों ने सिक्किम सेक्टर में भारत के दो बंकरों को तोड़ दिया।
  • चीन इसे अपनी सीमा में बता रहा है।
  • भारतीय सैनिकों ने चीनी सेना की इस कार्रवाई की विरोध किया।
  • तब से अबतक दोनों देशों के हजारों सैनिक आमने-सामने खड़े हैं।
  • दरअसल चीन बॉर्डर पर भारत ने अपनी तैयारियां मजबूत की हैं।
  • पुराने बंकरों की जगह नए बंकरों की इंडियन आर्मी के निर्माण कार्यों को चीन पचा नहीं पा रहा है और इसे उकसाऊ कार्रवाई बता रहा है।

चीन-भारत सीमा विवाद का इतिहास काफी लंबा :

  • भारतीय बंकर हटाए जाने की घटना जून के पहले सप्ताह में सिक्किम के डोका ला इलाके में हुई।
  • जिससे सिक्किम क्षेत्र में भारत-चीन सीमा पर तनाव पैदा हो गया।
  • चीन-भारत सीमा विवाद का इतिहास काफी लंबा है।
  • दोनों देशों के बीच 3,488 किलोमीटर लंबी सीमा है जो जम्मू-कश्मीर से लेकर अरूणाचल प्रदेश तक है।
  • इसमें 220 किलोमीटर का हिस्सा सिक्किम में पड़ता है।
  • चूंकि इस इलाके में बॉर्डर लाइन पूरी तरह स्पष्ट नहीं है इसलिए सीमा का कोई स्पष्ट आधार नहीं है।

विवाद का भूटान कनेक्शन :

  • सिक्किम सेक्टर के डोंगलांग के जिस इलाके में चीन की ओर से सड़क बनाने का भारतीय सैनिकों ने विरोध किया।
  • चीन का कहना है कि ये सीमा भूटान से लगती है और भारत तीसरा पक्ष है।
  • उसे इसमें बोलने का अधिकार नहीं है।
  • जबकि सच्चाई ये है कि भूटान के विदेश और रक्षा मामलों को भारत देखता है।
  • ऐसे में भारत को चीन से इस मसले को सुलझाने का पूरा हक है।
  • ऐसे में चीन को भूटान पर भारत का ये प्रभाव रास नहीं आ रहा है।

चीन विदेश मंत्रालय ने जारी किया बयान :

  • विदेश मंत्रालय (चीन) ने बयान जारी कर कहा उम्मीद है कि देश अन्य देशों की संप्रभुता का सम्मान करें।
  • चीन-भूटान सीमा निरूपित नहीं है, किसी तीसरे पक्ष को इस मामले में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।
  • साथ ही कहा कि गैरजिम्मेदाराना टिप्पणी या कार्रवाई नहीं करनी चाहिए।

भारत पर लगाया गुप्त एजेंडे का आरोप :

  • चीन ने भारत पर गुप्त एजेंडे का आरोप लगाया है।
  • कहा अगर कोई तीसरा पक्ष, गुप्त एजेंडे से, हस्तक्षेप करता है तो यह भूटान की संप्रभुता का अपमान है।
  • हम ऐसा नहीं देखना चाहते क्योंकि भूटान अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा संप्रभुता का हकदार है।
  • चीन ने सिक्किम सेक्टर में सड़क निर्माण को वैध बताया और जोर दिया कि यह चीनी क्षेत्र में बनाया जा रहा है, जो न तो भारत का और न ही भूटान का है।
  • उन्होंने कहा कि किसी अन्य देश को हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है।
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