दक्षिण भारत की सैर के लिए सबसे मुफीद सर्दी का ही मौसम माना जाता है। सर्दी में दक्षिण भारत की सैर का आनंद इस बार शहरवासी ले सकेंगे। भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) भारत दर्शन ट्रेनों को चलाने की तैयारी कर रहा है। आइआरसीटीसी एक सप्ताह के अंदर ही इन ट्रेनों को चलाने की रूपरेखा तय कर लेगा। भारत दर्शन ट्रेनों में आइआरसीटीसी लोगो को स्लीपर क्लास की यात्राएं कराता है। इसके तहत वह जो पैकेज बनाता है उसमें तीनों समय के शाकाहारी भोजन, स्थानीय भ्रमण, ठहरने और दर्शन के इंतजाम होते हैं। साथ ही ट्रेन का किराया भी इसमें शामिल होता है।

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इस सर्दी कीजिए दक्षिण भारत की सैर

  • दक्षिण भारत में सैर के लिए सबसे अधिक मांग अक्टूबर से दिसंबर माह के बीच होती है।
  • जबकि गर्मी में वहां की सैर करने वालों की संख्या बहुत कम रहती है।
  • रामेश्वरम, कन्याकुमारी, पदमनाभम मंदिर सहित कई दर्शनीय स्थलों की सैर का इंतजाम होगा।
  • और वहां लगभग 1100 लोगों के ठहरने के इंतजाम की तैयारी पहले से करनी पड़ती है।
  • मुख्य क्षेत्रीय कार्यालय ने भारत दर्शन ट्रेनों के इंतजाम करने के लिए आदेश जारी कर दिया है।
  • साथ ही रेलवे बोर्ड को पत्र लिखकर भारत दर्शन ट्रेन की बोगियां उपलब्ध कराने की मांग की है।
  • रेलवे बोर्ड से बोगियों की उपलब्धता की स्वीकृति मिलते ही भारत दर्शन ट्रेनों को चलाने की तिथि तय कर दी जाएगी।
  • आइआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अश्विनी श्रीवास्तव बताते हैं कि सर्दी में दक्षिण भारत की सैर के लिए अब तक दर्जनों लोगों के फोन आ चुके हैं।
  • इन यात्रियों को सूचित कर दिया गया है कि जल्द ही ट्रेन चलाने की तिथि तय हो जाएगी।
  • जिसके तुरंत बाद ही उनकी बुकिंग भी शुरू हो जाएगी।
  • इस बार कई स्टेशनों से भारत दर्शन ट्रेनों में यात्रा आरंभ करने की सुविधा होगी।
  • ऐसे में कई यात्रिओं को अपने घर के करीब से ही सुविधा मिल जाएगी।
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