मध्यप्रदेश के मंदसौर में बीते कुछ दिनों से किसानों की हड़ताल चल रही है. ऐसे में बीते दिन इस हड़ताल ने एक अलग ही रूप ले लिया. बता दें कि किसानों द्वारा किये जाने प्रदर्शन के बीच सेना द्वारा बीच-बचाव किया गया इस दौरान किसानों ने सेना पर पथराव किया और गोलियां चलीं जिसमे चार किसान मारे गए. इस घटना के बाद पूरे जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया है. साथ ही अब सेलुलर सेवाएं भी बंद कर दी गयी हैं.
क़ानून व्यवस्था को पटरी पर लाने की कोशिश जारी :
- मध्यप्रदेश के मंदसौर में बीते दिन हुई कलह के बाद से ही क़ानून व्यवस्था चरमरा गयी है.
- बीते दिन से ही यहाँ कर्फ्यू लगा हुआ है जिसके बाद अब कई जिलों में सेलुलर सेवा भी बंद है.
- बता दें कि इन जिलों में मंदसौर, रतलाम, नीमच और उज्जैन में इन सेवाओं को बंद कर दिया गया है.
- ऐसा करने के पीछे मुख्य कारण राज्य में क़ानून व्यवस्था को एक बार फिर पटरी पर लाना है.
- आपको बता दें कि बीते दिन किसानों और सेना के बीच हुई झड़प में चार किसान मारे गए.
- जिसके बाद उनके परिजनों द्वारा उनके शव रास्ते अपर रख चक्का जाम किया गया.
- इसी बीच राज्य सरकार द्वारा इन किसानों के परिवारों को 1 करोड़ रूपये देने का ऐलान किया गया है.
- यही नहीं इस घटना में घायल हुए किसानों को सरकार द्वारा पांच लाख रूपये मुआवज़े के तौर पर दिए जाने का ऐलान किया गया है.
- बता दें कि घटना के बाद अब कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी इस घटना का जाएगा लेने आज शाम मंदसौर जायेंगे.
- इसी बीच सरकार द्वारा ऐलान किया जा रहा है इन क्षेत्रों में अगले आदेश तक यह सेवाएं बंद रहेंगी.
- जिसके बाद अब यहाँ की क़ानून व्यवस्था को दोबारा पटरी पर लाने की कोशिश की जा रही है.
- आपको बता दें कि आज किसानों द्वारा एक बार फिर प्रदर्शन के दौरान 8 से 10 गाड़ियों को जला दिया गया है.
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