राजस्थान हाईकोर्ट के जज महेशचंद्र शर्मा ने अपनी सेवा के अंतिम दिन भारत के राष्ट्रीय पक्षी मोर को लेकर एक अजीबोगरीब टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि मोर को इसलिए राष्ट्रीय पक्षी बनाया गया है क्योंकि मोर ब्रह्मचारी है। इसके बाद तो जैसे सोशल मीडिया पर बवाल मच गया। लोगों राजस्थान के जज की टिप्पणी पर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया देने लगे।

राजस्थान हाईकोर्ट के जज की अजीबोगरीब टिप्पणी-

  • गाय को राष्ट्र पशु घोषित करने का सुझाव राजस्थान हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार को दिया था।
  • इस सुझाव के पक्ष में जज महेशचंद्र शर्मा ने गाय की तुलना राष्ट्रीय पक्षी मोर से की।
  • उन्होंने दोनों प्राणियों की प्रजाति को पवित्र बताया।
  • जज महेशचंद्र शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय पक्षी मोर सेक्स नहीं करते।
  • उन्होंने कहा कि मोर को राष्ट्रीय पक्षी घोषित किया गया है क्योंकि मोर आजीवन ब्रह्मचारी रहता है।
  • साथ ही उन्होंने बताया कि मोर के जो आंसूओं को चुग कर मोरनी गर्भवती होती है।
  • राजस्थान हाई कोर्ट के जज यहीं नहीं रुके।
  • उन्होंने यह भी कहा कि मोर ब्रह्मचारी होता है, इसीलिए भगवान कृष्ण उसके पंख को अपने शीश पर स्थान देते थे।

सोशल मीडिया पर मचा बवाल-

  • इसके बाद तो सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया।
  • ट्विटर पर यूजर्स द्वारा जानकारी दी गई कि मोर और मोरनी भी शेष सभी प्राणियों की ही तरह प्रजनन करते हैं।
  • कुछ यूजर्स ने इस तर्क को सिद्ध करने के लिए तरह-तरह के कमेंट और पोस्ट अपलोड किये।

https://twitter.com/Full2AAP/status/870102020878876672

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