भारत देश विकास की ओर अग्रसर होने वाला देश है यहाँ की जनता कर्मशील और कर्म को ही भगवान् समझने में विश्वास रखती है. परंतु जहाँ एक ओर देश विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है, वहीँ दूसरी ओर इस विकास में देश का एक चौथाई हिस्सा भाग नहीं ले पा रहा है. दरअसल भारत में बीते कुछ समय में अवसाद एक ऐसा रोग बन गया है जिससे बाहर आना काफी मुश्किल हो गया है. व्यक्ति के मन में किस बात को लेकर कुंठा है इसका अंदाजा लगा पाना बहुत मुश्किल है. इसी कारण देश में इस बिमारी या ऐसे बीमार व्यक्ति को समझ पाना अत्यंत मुश्किल होता है. इसी कारण आज पीएम मोदी द्वारा मन की बात के 30वें संस्करण में बिमारी व इसके लक्षणों पर प्रकाश डाला गया ताकि देश का यह भाग भी स्वस्थ्य होकर विकास की ओर अग्रसर हो सके.
योग को बताया अवसाद ख़त्म करने का मंत्र :
- भारत में योग करना कुछ नया नहीं है बल्कि यह कला तो पुरातन काल से ऋषि-मुनियों द्वारा की जा रही है.
- यही नहीं पुराने लोगों के अनुसार योग जीवन को स्वस्थ बनाने का वह मंत्र है जिसे यदिउ व्यक्ति अपना ले तो चमत्कार हो सकते हैं.
- बता दें कि आज का जीवन बेहद तनावपूर्ण है जिस कारण कई लोग अवसाद जैसी बिमारी की चपेट में आ जाते हैं.
- जिसके बाद उनका जीवन केवल और केवल एक ही चीज़ के इर्द-गिर्द घूमता रहता है.
- आज देश में अवसाद की यह बिमारी धीरे-धीरे अपने पैर पसार लोगों को इसका शिकार बना रही है.
- जिसके बाद इस परेशानी को देखते हुए आज पीएम मोदी द्वारा मन की बात के ज़रिये इस मुद्दे पर प्रकाश डाला गया.
- आपको बता दें कि पीएम मोदी द्वारा इस बिमारी से निबटने के लिए योग को जीवन मंत्र बताया.
- यही नहीं उन्होंने इस बिमारी से जूझ रहे लोगों को योग का सहारा लेने की सलाह दी.
- आपको बता दें कि इस 30वें संस्करण में पीएम मोदी द्वारा माता-पिता को भी अपने बच्चों पर ध्यान देने की सलाह दी गयी.
- इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यदि आपका कोई अपना आपके साथ बैठने से काटने लगे तो उनके पास जाकर उसके मन की कुंठा खोलते की कोशिश करनी चाहिए.
- जिससे उस व्यक्ति का मन भी हल्का होगा साथ ही उसे जीवन जीने की एक नयी ऊर्जा मिलेगी.