आतंकवाद अब एक ऐसी बीमारी बनता जा रहा है जिसका निवारण कर पाना मुश्किल हो रहा है. यही नही अब यह बीमारी अपने पैर पसार कर कई देशों को नुकसान पहुंचा रही है. जिसके चलते कुछ देशों ने इसके खिलाफ कड़े कदम उठाये हैं और इस आतंकवाद को पनाह देने वाले देश से सभी तरह के राजनयिक संबंध तोड़ लिए हैं.
आतंकवाद को समर्थन देने का लगाया आरोप :
- दहशतगर्दी के विरोध में आज चार खाड़ी देशों ने क़तर से अपने राजनयिक संबंध तोड़ लिए हैं.
- ऐसा करने के पीछे मुख्य कारण क़तर का आतंकवाद को समर्थन किया जाना माना जा रहा है.
- यही नहीं इन चार देशों ने क़तर पर आतंकवादी को पनाह और बढ़ावा देने का आरोप लगाया है.
- बता दें कि इन चार देशों में सऊदी अरब, UAE, मिस्र और बहरीन शामिल हैं.
- यही नहीं इन चार देशों के क़तर से नाता तोड़ने के बाद क़तर द्वारा अपने नागरिको को वापस आने के लिए 14 दिन,
- वहीँ सभी राजनयिकों को बहरीन छोड़ने के लिए करीब 48 घंटों का समय दिया गया है.
हवाई और समुद्री संपर्क भी तोड़ने का किया ऐलान :
- खाड़ी के चार देशों ने क़तर से ना केवल राजनायिक और कूटनीतिक संबंध समाप्त किये हैं,
- बल्कि उन्होंने हवाई और समुद्री संपर्क भी तोड़ने का ऐलान कर दिया है.
- इन देशों की माने तो क़तर अपने यहाँ आतंकवाद को पनाह दे रहा है.
- जिसके चलते एक दिन यह आतंकवाद क़तर समेत सभी खाड़ी देशों को लील जाएगा.
- ऐसा होने से पहले उन्हें अपने देश और अपने नागरिकों को इससे बचाना बेहद आवश्यक है.
- जिसे देखते हुए उन्होंने इस बड़े कदम को अंजाम दिया है और सभी संबंध ख़त्म कर लिए हैं.
- आपको बता दें कि पीएम मोदी हमेशा से ही बोलते आ रहे हैं कि आतंकवाद एक बहुत बड़ी बीमारी है.
- जिसे जड़ से ख़त्म करना बेहद ज़रूरी है और इस दिशा में इन चार देशों ने बड़ा कदम उठा दिया है.
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