नई दिल्ली: जेएनयू में 9 फरवरी के दिन हुए देश विरोधी नारेबाजी के चार वीडियो से छेड़छाड़ नहीं की गई है। गांधीनगर की फॉरेंसिक लैब ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सौंपी गई अपनी अंतिम रिपोर्ट में चारों वीडियो को असली माना है और कहा है कि इन वीडियो से छेड़छाड़ नहीं हुई है।
बता दें कि दिल्ली सरकार द्वारा हैदराबाद के लैब को भेजे गए सात वीडियो में से तीन के साथ छेड़-छाड़ की बात सामने आई थी जिसके बाद कहा गया था कि JNU में देशद्रोही नारे नहीं लगे थे।
JNU में देश विरोधी नारों को लेकर उमर ख़ालिद और अनिर्वाण को हिरासत में रखा गया है। साथ ही छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार को कोर्ट ने सशर्त जमानत दी है।
बताया जा रहा है कि छात्रों और सुरक्षाकर्मियों से मिली रिकार्डेड वीडियो क्लिप में जो दिखाया गया है वो सही है और उन 4 वीडियो के साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की गयी है।
क्लिप में दिखने वाले लोगों की पहचान होने के बाद उन्हें जाँच के लिए बुलाया जा सकता है।
इसके पहले के घटनाक्रम में दिल्ली सरकार ने भी वीडियो को फर्जी बताते हुए केंद्र सरकार पर JNU मामले में राजनीति करने का आरोप लगाया था और इसके लिए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर भी आरोप लगाया था।
अरे वाह भाई वाह , इसे कहते है ” स्वामी भक्ति” ! क्या वक्त आ गया है , “बुरे में से अच्छी बात ढूंढनी पड़ती है !”
जो तिन “नकली” है , उसकी जांच करवाओ न, किस ने बनायीं ? किस के कहने पर ? कहाँ बनाई ?
और किसने ‘टीवी ‘ पर बार बार प्रसारित की ?
ऊपर के सब सवालो के भी जवाब ,निकलिए और उन्हें जनता के सामने रखिये !
है हिंम्मत ?
जय हो “मोदी जी” के भक्तो की जय हो !