राज्य सभा की 7 राज्यों की 57 सीटों के चुनावी नतीजे आने के बाद राज्य सभा में बीजेपी और कांग्रेस का गणित बदल गया है। बीजेपी इस चुनाव में सबसे ज्यादा फायदे में रही तो कांग्रेस को नुकसान झेलना पड़ा है।
57 में से 30 सीटों पर तो उम्मीदवार पहले ही निर्विरोध चुने जा चुके थे। सिर्फ 27 सीटों पर ही वोटिंग हुई जिसमें से 17 सीटें बीजेपी के खाते में आई। खाली हुई 57 में से 14 सीटें बीजेपी के पास थीं।
लेकिन चुनाव के बाद 17 सीटों पर बीजेपी ने अपना कब्जा जमा लिया। हरियाणा से सुभाष चंद्रा भी बीजेपी के समर्थन से जीते जिनको मिलाकर बीजेपी को इस बार कुल 4 सीटों का फायदा हुआ। अब राज्यसभा में बीजेपी की कुल सीटें 54 हो गई और उसने पहली बार राज्यसभा में 50 का आंकड़ा पार किया है।
बीजेपी अपने घटक दलों के राज्यसभा सदस्यों को मिलकर राज्यसभा में 72 के आंकड़े पर पहुँच गई है, जबकि यूपीए के पास इस सदन में डीएमके, केरल कांग्रेस और मुस्लिम लीग की सीटें जोड़कर कुल 66 सीटें ही बनती हैं। एनडीए की ताकत लोकसभा के बाद अब राज्यसभा में भी बढ़ती दिख रही है जबकि यूपीए दोनों सदनों में कमजोर होती जा रही है। ऐसे में कांग्रेस को अब राज्यसभा में भी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।