रियो ओलम्पिक में भारत की सबसे बड़ी उम्मीद अभिनव बिंदा भी देश को मेडल जिताने में असफल हुए हैंं। 10 मीटर की राइफल स्पर्धा में चौथे स्थान पर रहने के बाद ओलम्पिक में उनका सफर खत्म हो गया है।
ओलम्पिक में अभिनव बिद्रा का सफर हुआ खत्म हो गया है।
- ओलम्पिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले एकमात्र खिलाड़ी अभिनव बिंदा का रियो ओलम्पिक में निराशा हाथ लगी है।
- रियो ओलम्पिक की 10 मीटर राइफल स्पर्धा में अभिनव बिद्रा चौथे स्थान पर रहे।
- कैरियर के आखिरी ओलम्पिक में वो जीत के बेहद करीब आकर लक्ष्य से चूक गये।
- पदक से चूकने के बाद बिद्रा ने कहा कि निशानेबाजी में उनका कैरियर यहीं खत्म होता है।
- बिद्रा ने ये भी कहा कि उन्हे नही पता कि वो आगे क्या करने वाले है।
- बिंद्रा ने स्वीकार किया कि पदक न जीत पाना उनके लिए बेहद कष्टकारी हो रहा है।
Thank you all for your support. I did my best , which was not enough. It's been a good ride !
— Abhinav A. Bindra OLY (@Abhinav_Bindra) August 9, 2016
- अभिनव ने ओलम्पिक से बाहर होने के बाद ट्वीट भी किया है।
- इस ट्वीट में देशवासियों को अपना शुक्रिया अदा किया है।
- अभिनव अब भारत की नई प्रतिभाओं को निखारने के काम में लगने वाले हैं।
- रियो ओलम्पिक के लिए वो पिछले काफी सालों से कड़ी मेहनत कर रहें थे।
- वो पिछले कई वर्षो से चोटों से जूझने के बावजूद भी वो अपने प्रैक्टिस में लगे हुए थे।
- बिंद्रा ने कहा कि रियो ओलिंपिक के लिए उन्होंले विशेष तौर पर तैयार करवाई गई।
- उनकी बंदूक फाइनल स्पर्धा वाले दिन सुबह गिरकर टूट गई थी।
- जिसके कारण उन्हें वैकल्पिक बंदूक से काम चलाना पड़ा।
- हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इससे कोई फर्क नही पड़ा।
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