नरिंदर बत्रा अंतरराष्ट्रीय हाकी महासंघ के पहले गैर यूरोपीय अध्यक्ष बन गए है. उन्हें ‘एफआईएच’ की 45वीं कांग्रेस के दौरान बहुमत से शीर्ष पद के लिए चुना गया है. बत्रा ने आयरलैंड के डेविड बलबर्नी और आस्ट्रेलिया के केन रीड को हराया. नरिंदर बत्रा इस पद तक पहुंचने वाले पहले एशियाई हैं. बत्रा को 68 वोट मिले है जबकि उनके प्रतिद्वंदी बालबर्नी और रीड को 29 और 13 वोट ही मिले.
बत्रा बने एफआईएच के 12वें अध्यक्ष-
- नरिंदर बत्रा पहले एशियाई हैं जो इस पद तक पहुंचें है.
- वह ‘एफआईएच’ के 12वें अध्यक्ष बने है.
- बत्रा को 68 वोट मिले जबकि बालबर्नी और रीड को क्रमश: 29 और 13 वोट मिले है.
- इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग प्रणाली के जरिए मतदान हुआ.
- कुल 118 मतदाताओं में से 110 ने वोट डाला जबकि आठ ने इसमें भाग नहीं लिया.
Meet the new President of the International Hockey Federation #HockeyRevolution
Dr. Narinder Batra! 👏 👏 pic.twitter.com/5DOl7XVZuA— International Hockey Federation (@FIH_Hockey) November 12, 2016
छोड़ना होगा हॉकी टीम के अध्यक्ष का पद-
- बत्रा का चार साल का कार्यकाल तुरंत शुरू होगा.
- अब उन्हें हाकी इंडिया के अध्यक्ष का पद छोडऩा होगा.
- वह पहले भारतीय हैं जिसे ओलंपिक खेल की अंतरराष्ट्रीय संस्थान के प्रमुख चुना गया है.
- बत्रा की जीत से अब हाकी में सत्ता का केंद्र यूरोप की बजाय एशिया हो जाएगा.
- अक्तूबर 2014 में बत्रा हाकी इंडिया के अध्यक्ष बने थे.
- नेग्रे 2008 से एफआईएच अध्यक्ष हैं, अब बत्रा उनकी जगह लेंगे.
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