लोढ़ा समिति की सिफारिशों को ना मानने के कारण बीसीसीआई के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और सचिव अजय शिर्के को उनके पद से हटा दिया गया है. अनुराग ठाकुर ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान किया है. इसके अलावा इस फैसले को लेकर अजय शिर्के ने कहा है कि मुझे इस निर्णय से कोई समस्या नहीं है. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की अगली सुनवाई 19 जनवरी को होगी.
लोढ़ा समिति ने फैसले को बताया न्यायसंगत-
- न्यायमूर्ति आर. एम. लोढ़ा ने सर्वोच्च न्यायलय द्वारा अनुराग ठाकुर को बीसीसीआई के अध्यक्ष पद से हटाना न्यायसंगत है.
- उन्होंने कहा, ‘सर्वोच्च न्यायालय ने 18 जुलाई को समिति की सिफारिशों को स्वीकार कर लिया था, जिसके बाद इन्हें लागू किया जाना चाहिए था.’
- लोढ़ा ने कहा, ‘मुझे आशा है की यह फैसला अन्य खेल संघों के लिए एक उदाहरण बनेगा.’
- उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसले से क्रिकेट जगत में सुशासन, पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा मिलेगा.
शरद पवार ने किया फैसले का समर्थन-
- मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष शरद पवार ने भी इस निर्णय का समर्थन किया है.
- उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की इस पहल को सकारात्मक बताया है.
- उन्होंने कहा कि इस फैसले का सामना तो करना ही था.
- आगे उन्होंने कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट को पता है कि कैसे खेल को चलाना है.’
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