देश में नोटबंदी के बाद से कार्ड के ज़रिए पेमेंट बढ़ गई है जिसके बाद पीओएस मशीन की मांग भी पांच गुना बढ़ गई है. नोटबंदी के बाद से नोट की कमी के कारण पॉइंट्स ऑफ़ सेल्स मशीन की मांग बढ़ी है जिसके ज़रिए कार्ड पेमेंट किया जाता है.
पांच गुना बढ़ी पीओएस मशीन की मांग-
- नोटबंदी के बाद कैश की किल्लत ने डिजिटल पेमेंट में ज़बरदस्त तेज़ी ला दी है.
- नोट की कमी के कारण लोगों ने अपने डेबिट कार्ड और क्रेडिट का इस्तेमाल भी बढ़ा दिया है.
- कार्ड पेमेंट का इस्तेमाल बढ़ा है.
- ऐसे में ज़ाहिर है कि पीओएस मशीन की भी मांग बढ़ी है जिसके ज़रिए कार्ड पेमेंट किया जाता है.
- 8 नवम्बर को जहां क्रेडिट या डेबिट कार्ड के ज़रिए पीओएस मशीन पर औसत हर दिन 1221 करोड़ रुपए का लेन-देन होता था.
- 26 दिसम्बर को बढ़कर 1751 करोड़ रुपए पर पहुँच गया.
- नोटबंदी के बाद पीओएस मशीनों के ज़रिए पेमेंट में 43 फीसदी का इज़ाफा हुआ है.
- पीओएस मशीन बनाने वाली कंपनियों के मुताबिक पहले सिर्फ बड़े दुकानदार या मॉल वाले ही इन मशीन को मांगते थे.
- लेकिन अब छोटे दुकानदार भी पीओएस मशीन की मांग कर रहे है.
- पाइनलैब की बात करें तो पहले महीने में पांच हज़ार मशीनें बिकती थी.
- नोटबंदी के बाद से ये आकड़ा 30 हज़ार तक पहुँच गया है.
- पहले हर साल औसतन दो से तीन लाख मशीनों की मांग थी.
- पर अब अगले एक से दो साल में ये मांग 10 लाख तक पहुँच सकती है.
- कंपनी को मशीन के बारे में जानकारी और लगवाने के लिए रोजाना तीन हज़ार से भी ज्यादा कॉल्स आ रहीं हैं.
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