उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव का पहला चरण 11 फरवरी से शुरू हो रहा है। पहले चरण में कुल 73 सीटों पर 840 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमाएंगे। पहला चरण पश्चिमी उत्तर प्रदेश के रण में खेला जायेगा। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हो रहे पहले चरण के चुनाव के तहत कई क्षेत्रों की सीट पर कांटे का संघर्ष देखने को मिल सकता है।
2012 की सीटों की स्थिति:
- पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुल 73 सीटों पर मतदान होना है।
- साल 2012 में इन 73 सीटों पर दलों की स्थिति कुछ इस प्रकार है।
- समाजवादी पार्टी: 24,
- बहुजन समाज पार्टी: 23,
- भारतीय जनता पार्टी: 12,
- राष्ट्रीय लोक दल: 09,
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस: 05
पहला चरण (11 फरवरी):
- कुल विधानसभा सीट: 73
- जिलों की संख्या: 15
- जिले: शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद, एटा और कासगंज।
शामली:
- सूबे के शामली में कुल 3 विधानसभा क्षेत्र हैं, – कैराना, शामली और थाना भवन।
- कैराना में भाजपा का एकमुश्त सिक्का चलता है।
- मौजूदा समय में सांसद हुकुम सिंह 1996 से चार बार विधायक रह चुके हैं।
- हुकुम सिंह के सांसद बनने के बाद उपचुनाव में भाजपा ने अनिल कुमार को टिकट दिया।
- अनिल एक नजदीकी मुकाबले में समाजवादी पार्टी के नाहिद हसन से हार गए।
- शामली की सीट कांग्रेस के अधिकार क्षेत्र में है। 2012 में पंकज कुमार मालिक ने से सपा के वीरेन्द्र सिंह को हराया था।
- थाना भवन सीट काफी लम्बे समय से समाजवादी पार्टी के कब्जे में थी, लेकिन 2007 में थाना भवन से RLD ने बाजी मार ली।
- 2012 में भाजपा ने 20 साल का सूखा खत्म करते हुए सीट पर कब्ज़ा जमा लिया।
- भाजपा प्रत्याशी सुरेश कुमार ने RLD के अशरफ अली खान को नजदीकी मुकाबले में हराया था।
मुजफ्फरनगर:
- सूबे के मुजफ्फरनगर में कुल 7 विधानसभा क्षेत्र आते हैं।
- बुढ़ाना सीट पर पिछले चार चुनाव में चार अलग-अलग दल के नेता विधायक रहे हैं।
- मौजूदा समय में यह सीट समाजवादी पार्टी के पास है।
- चरथावल सीट पर बसपा की तूती बोलती है, यहाँ से पिछले 3 चुनावों से ये सीट बसपा के पास है।
- खतौली सीट से बसपा और RLD के बीच मुख्य टक्कर रहती है।
- मीरापुर का चुनाव बसपा के जमील अहमद कासमी ने RLD के उम्मीदवार को हराकर जीता था।
- मुजफ्फरनगर की सीट के लिए सपा और भाजपा के बीच संघर्ष होता है।
- मौजूदा समय में मुजफ्फरनगर सीट पर भाजपा का कब्ज़ा है।
- वहीँ पुरकाजी पर पिछले चुनाव में बसपा प्रत्याशी अनिल कुमार ने कांग्रेस प्रत्याशी दीपक कुमार को हराया था।
बागपत:
- यह बागपत सीट RLD के दबदबे वाली सीट मानी जाती है।
- साल 2012 में बसपा की हेमलता चौधरी ने RLD को मात देकर सीट पर कब्ज़ा जमाया था।
- बैरुत सीट भी बसपा के ही अधिकार क्षेत्र में आती है।
- 2012 में बसपा के लोकेश दीक्षित ने RLD के अश्विनी कुमार को हराया था।
- वहीँ छपरौली सीट हमेशा से RLD का गढ़ रही है।
- पिछले तीन चुनावों से RLD यहाँ जीत रही है और बसपा दूसरे स्थान पर रहती है।
मेरठ:
- पश्चिमी यूपी के मेरठ जिले में 7 विधानसभा क्षेत्र आते हैं।
- पिछले पांच चुनाव से हस्तिनापुर सीट पर किसी का दबदबा नहीं है।
- मौजूदा समय में इस सीट पर सपा के प्रभु दयाल वाल्मीकि विधायक हैं।
- वहीँ किठौर सीट सपा का गढ़ बन चुकी हैं, जहाँ पिछले तीन चुनावों से सपा के शाहिद मंजूर यहाँ से जीत रहे हैं।
- किठौर में बसपा दूसरे नंबर की पार्टी है।
- मेरठ से भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी विधायक हैं।
- लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने पिछले छह में से 4 बार के चुनाव इस सीट से जीते हैं।
- वहीँ मेरठ कैंट सीट भी भाजपा का गढ़ मानी जाती है, पिछले 6 विधानसभा चुनाव से भाजपा इस सीट पर जीत रही है।
- पिछले तीन सालों से सत्यप्रकाश अग्रवाल यहाँ से जीत रहे हैं।
- मौजूदा समय में मेरठ साउथ पर भी भाजपा का ही कब्ज़ा है।
- 2012 में रवींद्र भड़ाना ने बसपा के हाजी राशिद अख़लाक़ को हराया था।
- सरधना सीट को भाजपा ने 2007 में खो दिया था।
- लेकिन साल 1989 से लेकर 7 चुनावों में भाजपा 5 बार यहाँ से जीत चुकी है।
- भाजपा के विवादित नेता संगीत सोम इसी सीट से विधायक हैं।
- सिवालखास सीट से अलग-अलग दल चुनाव में जीत दर्ज करते रहे हैं।
गाजियाबाद:
- जिला गाजियाबाद दिल्ली से सटा हुआ क्षेत्र है, जिसमें कुल 5 विधानसभा क्षेत्र आते हैं।
- साहिबाबाद सीट पर मौजूदा समय में बसपा के अमरपाल शर्मा विधायक हैं।
- 2012 में अमरपाल ने भाजपा के सुनील कुमार शर्मा को हराया था।
- मुरादनगर सीट से कोई दल नहीं बल्कि प्रत्याशी राजपाल त्यागी ज्यादा हावी हो रहे हैं।
- हालाँकि, 2012 में राजपाल त्यागी को हारना पड़ा था, लेकिन इसी सीट से वो अलग-अलग पार्टी के साथ छह बार विधायक रह चुके हैं।
- मोदीनगर RLD के सुदेश शर्मा के कब्जे में है, इससे पहले इस सीट पर भाजपा का कब्ज़ा रहता था।
- लोनी सीट से मौजूदा विधायक जाकिर अली बसपा के हैं, जिन्होंने RLD के मदन भैया को 2012 में हराया था।
- गाजियाबाद सीट कभी भाजपा का गढ़ मानी जाती थी, लेकिन पिछले 4 चुनावों से यहाँ अलग-अलग प्रत्याशी जीते हैं।
गौतम बुद्ध नगर (नोएडा):
- नोएडा( गौतम बुद्ध नगर) में कुल तीन विधानसभा क्षेत्र हैं, दादरी, जेवर और नोएडा।
- दादरी में दो चुनावों से मुकाबला भाजपा और बसपा में रहा है, जिसमें बाजी बसपा के विधायक सतवीर सिंह गुर्जर जीतते रहते हैं।
- जेवर में बसपा का दबदबा है, जहाँ से पिछले तीन चुनावों से बसपा जीतती रही है।
- मौजूदा समय में बसपा के वेदराम भाटी विधायक हैं।
- नोएडा भाजपा का गढ़ है, 2012 में महेश शर्मा विधायक चुने गए थे, जो 2014 में सांसद बन गए।
- जिसके बाद उपचुनाव में भाजपा की विमला बाथम शर्मा यहाँ से जीतकर विधायक बनी थीं।
हापुड़:
- जिले हापुड़ में तीन विधानसभा क्षेत्र धौलाना, गढ़मुक्तेश्वर और हापुड़(SC) सीट हैं।
- धौलाना सीट से सपा के धर्मेश सिंह तोमर विधायक हैं।
- वहीँ गढ़मुक्तेश्वर से पिछले तीन चुनावों में सपा के ही मदन चौहान जीतते रहे हैं।
- हापुड़(SC) सीट से 2002 और 2007 में बसपा के धर्मपाल जीते थे, लेकिन 2012 में यह सीट कांग्रेस के पास चली गयी।
बुलंदशहर:
- जिला बुलंदशहर में 7 विधानसभा क्षेत्र हैं।
- अनूपशहर से पिछले सो चुनाव में बसपा के गजेन्द्र सिंह जीतते रहे हैं।
- बुलंदशहर सीट से बसपा के मोहम्मद अलीम को जीत मिलती रही है।
- देबई सीट कभी भाजपा का गढ़ मानी जाती थी, जब कल्याण सिंह यहाँ से चुनाव लड़ते थे।
- यहाँ से श्रीभगवान शर्मा दो बार से चुनाव जीतते आ रहे हैं।
- श्रीभगवान शर्मा 2007 में बसपा और 2012 में सपा से चुनाव जीते थे।
- खुर्जा सीट से 2002 और 2007 में बसपा के अनिल कुमार ने जीत दर्ज की थी।
- लेकिन 2012 में कांग्रेस के बंशी सिंह पहाड़िया यहाँ से जीते थे।
अलीगढ़:
- जिला अलीगढ़ की अलीगढ़ विधानसभा सीट पर पिछले दो सालों से सपा के उम्मीदवार विजयी रहे थे।
- वहीँ भाजपा इस सीट पर पिछले चार चुनावों से दूसरे नंबर की पार्टी रही है।
- सपा के जफ़र आलम इस समय मौजूदा यहाँ से विधायक हैं।
- अतरौली सीट को भाजपा के कद्दावर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की सीट मानी जाती है।
- 2004 और 2007 में भाजपा इस सीट से विजयी रही थी’ लेकिन 2012 में ये सीट सपा के पास चली गयी।
- बरौली सीट पर RLD के दलवीर सिंह का कब्ज़ा है।
- 2002 और 2007 के चुनाव में यहाँ से बसपा से ठाकुर जयवीर सिंह विजयी रहे थे।
- जिले की छर्रा सीट भी सपा के पास है, सपा नेता राकेश कुमार यहाँ से विधायक हैं।
- वहीँ इगलास और ख़ैर सीट पर 2007 और 2012 के चुनावों से RLD का कब्जा रहा है।
- इगलास से RLD के त्रिलोकी राम और ख़ैर से भगवती प्रसाद विधायक हैं।
- कोली सीट 2002 और 2007 से बसपा के महेंद्र सिंह के पास है।
- 2012 में कोली सीट पर सपा के जमीर उल्लाह खान जीते थे।
मथुरा:
- जिला मथुरा में 5 विधानसभा सीट हैं।
- बलदेव(SC) सीट से RLD के पूरन प्रकाश विधायक हैं।
- छाता सीट पर भी RLD का ही कब्ज़ा हैं, जहाँ से RLD नेता तेजपाल सिंह विधायक हैं।
- मथुरा सीट को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है, पिछले तीन बार से यहाँ से प्रदीप माथुर जीत रहे हैं।
- इसके साथ ही गोवर्धन सीट पर 2012 में बसपा के राजकुमार रावत विजयी रहे थे।
हाथरस:
- जिला हाथरस में सीटों की संख्या 3 है।
- जिसमें से हाथरस सीट पर बसपा का कब्ज़ा है, साथ ही इसे बसपा का गढ़ भी कहा जाता है।
- पिछले 4 चुनावों से बसपा को ही यहाँ जीत मिल रही है।
- 4 बार में से 3 बार रामवीर उपाध्याय यहाँ से चुने गए हैं, एक बार बसपा के गेंदा लाल चौधरी को जीत मिली थी।
- सादाबाद से पिछले चुनावों में सपा के देवेन्द्र अग्रवाल ने जीत दर्ज की थी।
- लेकिन इससे पहले 3 बार यह सीट RLD के कब्जे में रही थी।
- सिकंदरराव सीट से इस समय बसपा नेता रामवीर उपाध्याय विधायक हैं।
- हाथरस सीट के SC घोषित होने के बाद रामवीर इस सीट पर आ गए थे।
- वहीँ 2012 में इस सीट पर यशपाल सिंह चौहान दूसरे नंबर रहे थे।
- यशपाल सिंह दो बार भाजपा से यहाँ के विधायक रहे थे, 2012 में उन्होंने सपा के टिकट से चुनाव लड़ा था।
आगरा:
- जिला आगरा में कुल 9 विधानसभा क्षेत्र आते हैं।
- आगरा कैंट, आगरा नार्थ, आगरा साउथ, आगरा रूरल, बाह, ऐत्मादपुर, फतेहपुर, फतेहाबाद और खैरागढ़ हैं।
- आगरा कैंट से पिछले तीन चुनावों में लगातार बसपा प्रत्याशी को जीत मिली थी।
- नार्थ से भाजपा के जगन प्रसाद 2002 से विधायक हैं।
- आगरा रूरल सीट पर बसपा का कब्ज़ा है। वहीँ आगरा साउथ भाजपा का गढ़ माना जाता है।
- हालाँकि 2007 में यह सीट बसपा के खाते में चली गयी थी।
- लेकिन 2012 में फिर से इस सीट पर भाजपा का कब्ज़ा हो गया।
- बाह से राजा महेंद्र अरिदमन सिंह विधायक हैं, जो 2017 में भाजपा में शामिल हो गये हैं।
- ऐत्मादपुर सीट पर पिछले 10 सालों से बसपा का कब्ज़ा है। जहाँ से डॉक्टर धर्मपाल सिंह विधायक हैं।
- फतेहपुर में पिछले तीन चुनावों से तीन अलग-अलग पार्टियों को जनादेश मिला है।
- 2012 में यह सीट सपा के पास चली गयी थी।
- लेकिन 2014 के उपचुनाव में भाजपा के विक्रम सिंह ने बाजी मार ली।
- खैरागढ़ सीट पर पिछले दो चुनावों से बसपा का कब्जा है। यहाँ से भगवान सिंह कुशवाहा विधायक हैं।
फिरोजाबाद:
- यूपी के फिरोजाबाद जिले में 5 विधानसभा सीट हैं।
- जिनमें फिरोजाबाद, जसराना, शिकोहाबाद, सिरसागंज और टूंडला शामिल हैं।
- फिरोजाबाद सीट पर पिछले तीन चुनावों से तीन अलग-अलग दलों को जनादेश मिला है।
- 2002 में सपा के अजीम भाई यह से विधायक बने थे।
- 2007 में बसपा ने इस सीट पर कब्ज़ा कर लिया।
- 2012 में इस सीट पर भाजपा ने अपना कब्ज़ा कर लिया, मनीष असीजा यहाँ से विधायक हैं।
- जसराना सीट पर समाजवादी पार्टी का कब्ज़ा है, पिछले 5 में से 4 चुनावों में सपा के रामवीर सिंह जीते हैं।
- शिकोहाबाद सीट पर 2002 सपा को यह सीट मिली थी, 2007 में यह सीट स्वतंत्र उम्मीदवार के पास चली गयी।
- 2012 में यहाँ सपा ने फिर से अपना कब्ज़ा जमा लिया, ओम प्रकाश वर्मा ने बसपा के मुकेश वर्मा को बड़े अंतर से हराया था।
- सिरसागंज की सीट पर भी सपा का कब्ज़ा है।
- टूंडला सीट से पिछले दो चुनावों से बसपा का पलड़ा भारी रहा है, मौजूदा विधायक राकेश बाबू हैं।
- 2002 में सपा प्रत्याशी मोहन देव शंखवार विजयी रहे थे।
एटा:
- जिला एटा में अलीगंज सीट को सपा का गढ़ माना जाता है, सपा ने पिछले 5 चुनावों से यहाँ 4 चुनाव जीते हैं।
- 2007 में पूर्व सपा नेता अवधपाल सिंह बसपा के टिकट से लड़कर जीत गए।
- एटा सीट पर भी सपा का कब्ज़ा है, पार्टी चार चुनाव में से 3 बार यहाँ चुनाव जीती है, हालाँकि, 2007 में यहाँ भी हार मिली थी।
- जलेसर सीट भाजपा और सपा के बीच अधर में लटकी रहती है।
- एटा की मरहारा सीट सपा के खाते में है, अमित गौरव यहाँ से विधायक हैं।
कासगंज:
- जिला कासगंज में 3 विधानसभा सीट कासगंज पटियाली और अमनपुर हैं।
- कासगंज में मौजूदा समय में सपा के मनपाल सिंह विधायक हैं, मनपाल 2002 में भी सीट से चुनाव जीत चुके हैं।
- 2007 में यह सीट बसपा के हसरतुल्ला के कब्जे में चली गयी थी।
- अमनपुर सीट मौजूदा समय में बसपा के पास है और ममतेश अमनपुर के विधायक हैं।
- वहीँ पटियाली सीट पर पिछले 4 चुनावों भाजपा, बसपा, बसपा और सपा जीती है।
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