हमारे देश में अंग्रेजों के शासन के पहले से राजशाही काबिज थी। यहाँ पर अग्रेजों के आने के पहले राजा-महाराजा देश पर राज करते थे। हमारे पुराणों में भगवान रामको इतिहास का सबसे अच्छा राजा बताया गया है मगर ये बात कोई नहीं जानता होगा कि भगवान राम के बाद उनके वंश कहाँ तक पहुँचा था। आज हम आपको इस बारे में सभी जानकारियाँ विस्तार से बतायेंगे।
राजस्थान में है राम के वंशज :
- यहाँ के जयपुर में एक राजघराना है जो खुद को भगवान राम के वंशज बताते हैं।
- ये खुलासा इस राजघराने की महारानी पद्मिनी देवी ने एक अंग्रेजी चैनल को दिए इंटरव्यू में किया है।
- महारानी ने बताया कि उनका परिवार भगवान राम के बेटे कुश के परिवार का वंशज है।
- इनके पति भवानी सिंह राम के पुत्र कुश के 309वें वंशज थे।
- साथ ही 12 साल की उम्र में महांरानी पद्मिनी का पोता राजा बना था।
- जयपुर के पूर्व महाराजा ब्रिगेडियर भवानी सिंह का कोई भी पुत्र नहीं हुआ था।
- साल 2002 में उन्होंने अपनी बेटी दिया के बेटों को गोद लिया हुआ था।
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- 2011 में भवानी सिंह के निधन के बाद उनके बेटे लक्ष्यराज को राजा बनाया गया।
- हालाँकि देश भर में रजवाड़ों का फैशन पूरी तरह खत्म हो चुका है।
- मगर फिर भी राजघरानों में राजतिलक कर राजा बनने की परंपरा बनी हुई है।
- महाराजा भवानी सिंह की पुत्री दिया वर्तमान समय में माधोपुर से बीजेपी विधायक हैं।
- महारानी पद्मिनी देवी अक्सर कई आयोजनों पर मुख्य अतिथि के रूप में पहुँचती हैं।
- दिया के बेटे और जयपुर के राजा पद्मनाभ सिंह भारतीय पोलों टीम के सदस्य भी हैं।
- इस परिवार को अक्सर राजस्थान में होने वाली शाही पार्टियों में देखा जाता है।
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