यूपी के इलाहबाद जिले के घूरपुर थाना क्षेत्र के जसरा निवासी कपड़ा कारोबारी का अपहृत बेटा सात वर्षीय नैतिक सकुशल मिल गया। नैतिक को बरगढ़ चित्रकूट के जंगल में छिपा कर रखा गया था। पुलिस ने शंकरगढ़ करियाकला गांव निवासी अपहरणकर्ता पुष्पराज कुशवाहा और पंचराज आदिवासी को गिरफ्तार कर लिया है। अभियुक्तों ने पांच अन्य लोगों के नाम भी बताए हैं, जिनकी तलाश में छापेमारी हो रही है। नैतिक के मिलने से परिजनों ने राहत की सांस ली और घर में खुशी का माहौल हो गया। एसएसपी समेत अन्य पुलिस अधिकारी बरगढ़ में आरोपियों से पूछताछ कर रहे हैं।
फोन कर अपहरणकर्ताओं ने मांगी थी फिरौती
- गौरतलब है कि कारोबारी चंद्र कुमार के बेटे नैतिक का गुरुवार रात अपहरण हो गया था।
- अपहरणकर्ताओं ने परिजनों को फोन करके लाखों रुपये की फिरौती मांगी तो वह परेशान हो गए।
- इसके बाद रास्ता जाम करते हुए हंगामा किया था।
- पुलिस तलाश में जुटी लेकिन सुराग नहीं मिला।
- इसी बीच शनिवार दोपहर चित्रकूट के बरगढ़ थाना क्षेत्र स्थित सेमरा के जंगल से नौनिहाल के साथ दो युवक बाहर आते दिखे।
- संदेह होने पर चरवाहों ने गांव के सुनील दुबे को बताया।
- इसके बाद ग्रामीणों ने घेरकर उन्हें पकड़ लिया।
- पहले तो अपहरणकर्ताओं ने बच्चे को अपना छोटा भाई बताया, लेकिन जब नैतिक ने जबरन उठाकर लाने की बात कही तो सूचना बरगढ़ पुलिस को दी गई।
- कुछ ही देर में एसओ बरगढ़ शशि कुमार द्विवेदी टीम के साथ मौके पर पहुंचकर अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया।
- बालक के मिलने की खबर पाते ही परिजन और इलाहाबाद की पुलिस बरगढ़ पहुंच गई।
- पूछताछ में पता चला है कि जिन युवकों को गिरफ्तार किया गया है, उन्हें जसरा और गौहनिया के पांच लोगों ने बच्चे को छुपाने के लिए पांच-पांच हजार रुपये ठेका दिया था। नैतिक को पहले बाइक और पिकअप के जरिए शंकरगढ़ तक लाया गया था।
- फिलहाल एसएसपी आकाश कुलहरि ने बताया कि अभियुक्तों से पूछताछ की जा रही है।
- अपहरण के मास्टरमाइंड समेत अन्य की तलाश में टीम लगी है।
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें