राजधानी लखनऊ के हजरतगंज जैसे हाई सिक्यूरिटी जोन में पुलिस पिकेट से चंद कदम की दूरी पर स्थित कसमंडा अपार्टमेंट में रहने वाले भाजपा के पूर्व विधायक प्रेम प्रकाश उर्फ जिप्पी तिवारी के पुत्र वैभव तिवारी की हत्या करने वाला कोई और नहीं बल्कि एक सेवानिवृत्त महिला दारोगा का बेटा विक्रम सिंह है। इस हिस्ट्रीशीटर के खिलाफ हजरतगंज सहित 4 थानों में 27 आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं। हत्या की वारदात हाई सिक्योरिटी जोन में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। पुलिस की कई टीमें अब वैभव का हत्यारा विक्रम और उसके साथियों की गिरफ़्तारी के लिए दबिश दे रही है। लेकिन आरोपी का अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। वहीं परिवार वैभव का शव लेकर पैतृक गांव के लिए रवाना हो गया है यहां उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा।
पुलिस के लिए सिरदर्द बना हिस्ट्रीशीटर वैभव का हत्यारा
- हिस्ट्रीशीटर विक्रम सिंह पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया है।
- हजरतगंज कोतवाली के हिस्ट्रीशीटर विक्रम सिंह पर 4 थानों में 27 मुकदमे दर्ज हैं।
- 15 साल पहले अलीगंज में बैंक लूट से उसका आपराधिक इतिहास शुरू हुआ था।
- हजरतगंज कोतवाली के 82-ए नंबर के हिस्ट्रीशीटर विक्रम सिंह पर 23 अक्टूबर 2002 को अलीगंज में बैंक लूट का मुकदमा शुरू हुआ था।
- दरोगा पिता के स्थान पर नौकरी पाई मां उसकी पैरवी करती रही।
- उसकी मां अभी पिछले दिनों सीबीसीआईडी में एसआई (एम) के पद से सेवानिवृत्त हुई थी।
- जेल से छूटने के पर उसने इलाके में गुंडागर्दी शुरू कर दी।
- हजरतगंज, अलीगंज, आलमबाग और गोमती नगर में उसके खिलाफ 27 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं।
- दुस्साहसी विक्रम ने 23 जनवरी की रात एसएसपी आवास से चंद कदम दूर।
- पावभाजी की दुकान लगाने वाले राकेश शर्मा की कनपटी पर पिस्तौल लगाकर 75000 रुपये की रंगदारी मांगी थी।
- नगदी न होने पर विक्रम ने उससे चेक लिया और पिस्टल लहराते हुए चला गया।
- इस वारदात के बाद पुलिस ने रिपोर्ट लिखकर उसे जेल भेजा लेकिन जेल से छूटने के बाद वह फिर गुंडागर्दी कर रहा था।
- इससे पहले हजरतगंज में मॉडल शॉप के सेल्समैन सुशील जैसवाल की हत्या में उसका नाम सामने आया था।
- विक्रम सिविल अस्पताल में धावा बोलकर डॉक्टर की पिटाई करने के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है।
- वह रेडीमेड कपड़े के शोरूम मालिक से भी रंगदारी के मामले में पकड़ा जा चुका है।
बातचीत के दौरान एक कदम पीछे हटकर मारी थी गोली
- एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि हजरतगंज चौराहे पर शनिवार रात भाजपा से तीन बार विधायक रहे।
- प्रेम प्रकाश उर्फ जिप्पी तिवारी के पुत्र वैभव तिवारी (30) की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
- वैभव डुमरियागंज के दमुआपुर, गांव का प्रधान था।
- रात करीब नौ बजे उसके परिचित सूरज शुक्ला ने फोन कर चौराहे पर बुलाया।
- दोनों में झगड़ा हुआ तो सूरज के दोस्त और हिस्ट्रीशीटर विक्रम ने पिस्टल निकालकर वैभव के सीने में गोली मार दी।
- वैभव को लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
- एसएसपी ने बताया कि वैभव का हत्यारा आरोपियों की तलाश में पुलिस की कई टीमें दबिश दे रही है।
- डुमरियागंज से विधायक रहे जिप्पी कसमंडा अपार्टमेंट में पत्नी संध्या, बेटे वैभव और उसकी पत्नी शिवांशु तथा तीन साल की बेटी वैष्णवी के साथ रह रहे थे।
इकलौता बेटा था वैभव
- वैभव प्रॉपर्टी का कारोबार करता था।
- परिवारीजनों ने बताया कि वैभव की मां संध्या डुमरियागंज से बीडीसी हैं, वैभव इकलौता बेटा था।
- वैभव का रिश्तेदार गोमतीनगर निवासी आदित्य शनिवार को उनके घर आया था।
- आदित्य ने बताया कि दोनों अपार्टमेंट के बाहर पार्क रोड पर टहल रहे थे।
- उसी समय वैभव के परिचित अर्जुनगंज के खुर्दही बाजार निवासी प्रॉपर्टी डीलर सूरज ने फोन कर बिजनेस की बात करने के लिए हजरतगंज चौराहे पर बुलाया।
- इसी बीच, वैभव के पिता आ गए।
- आदित्य उनके साथ अपार्टमेंट चला गया।
- आदित्य के जाते ही सूरज और उसका हिस्ट्रीशीटर साथी नरही निवासी विक्रम सिंह काले रंग की सफारी से वहां आ गए।
- वैभव कसमंडा हाउस के गेट पर ही उनसे बातचीत करने लगा।
- आदित्य नीचे उतरा तो वैभव और सूरज के बीच तनातनी चल रही थी।
- उसने बीचबचाव किया तो सूरज ने धमकी और गालियां दी।
- वैभव ने विरोध किया तो विक्रम ने पिस्टल निकाल ली और वैभव पर फायर कर दिया।
- गोली लगते ही वैभव जमीन पर गिर गया।
- वैभव का हत्यारा विक्रम और सूरज भाग खड़े हुए।
- आदित्य ने फोन कर पूर्व विधायक को बुलाया।
- दोनों कार से वैभव को लोहिया अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
हिस्ट्रीशीटर को पकड़ने के लिए चार टीमें दे रहीं दबिश
- राजधानी में ताबड़तोड़ अपराध से निपटने में पुलिस नाकाम साबित हो रही है।
- कसमंडा हाउस में जिस जगह पर वारदात हुई, उसके चारों तरफ हाई सिक्योरिटी जोन है।
- दस कदम दूर पर हजरतगंज चौराहे पर चौबीस घंटे पुलिस फोर्स तैनात रहती है।
- यूपी 100 सेवा की पीसीआर मौजूद रहती है।
- तो 50 मीटर दूर सिविल अस्पताल चौराहा पर पार्क रोड चौकी पर पुलिसकर्मी मौजूद रहते हैं।
- बावजूद इसके पूर्व विधायक के बेटे को गोली मारकर मौत के घाट उतारने के बाद हत्यारे आराम से फरार हो गए।
- आधा घंटे तक पुलिस को वारदात की भनक तक नहीं लगी।
- सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल हुआ तो हजरतगंज पुलिस की नींद टूटी और इंस्पेक्टर आनंद शाही पार्क रोड पहुंचे।
- हालांकि, तब तक यहां सन्नाटा पसर चुका था।
- हालांकि ये घटना कसमंडा हाउस में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई है।
- पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज कब्जे में ले ली है।
- इंस्पेक्टर हजरतगंज आनंद शाही ने बताया कि फुटेज देखी जा रही है।
- फिलहाल पुलिस की चार टीमें वैभव का हत्यारा सूरज और विक्रम की तलाश में दबिश दे रही हैं।
- वैभव तिवारी की शादी चार साल पहले उदयगंज निवासी शिवांशु से हुई थी।
- उसकी मौत से परिवारीजनों में कोहराम मचा है।
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें
Sudhir Kumar
I am currently working as State Crime Reporter @uttarpradesh.org. I am an avid reader and always wants to learn new things and techniques. I associated with the print, electronic media and digital media for many years.