राजधानी लखनऊ के गुडंबा थाना क्षेत्र में सोमवार की देर रात बदमाशों ने एक युवक को घर से बुलाकर गोली मार दी। गोली लगते ही युवक लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ा। आवाज सुनकर जब तक परिजन दौड़े। तब तक हमलावर मौके बाद आरोपी सफेद रंग की स्कूटी पर फर्राटा भरते हुए भाग निकले। परिजन घायल राहुल लेकर एक निजी अस्पताल पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे ट्रामा सेंटर कर दिया।
घायल युवक ने ट्रामा में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। सूचना पाकर मौके पर गुडंबा पुलिस भी पहुंची। परिजन किसी मनीश नामक युवक पर गोली मारने का आरोप लगा रहे हैं। बता दें कि आज ही देश के टॉप थ्री थानों में चयनित गुडंबा थाना प्रभारी अवार्ड लेकर वापस शहर आये और बदमाशों ने उनका हत्या के साथ स्वागत किया। जश्न में डूबी थाने की पुलिस को घटना की जानकारी काफी देर बाद हुई तो हड़कंप मच गया। फिलहाल पुलिस का कहना है कि तहरीर मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी के अनुसार, सेक्टर-एच जानकीपुरम निवासी राम मिलन रस्तोगी के बेटा राहुल रस्तोगी (20) सोमवार को घर पर ही था। रात करीब 10 बजे स्कूटी सवार कुछ युवक आए और उसे खाने-पीने की नियत से घर से बाहर बुलाया। जैसे ही वह घर से निकला युवकों ने उस पर गोली चला दी। गोली युवक के सीने में लगी और वह जमीन पर लहूलुहान होकर गिर पड़ा। फायरिंग की आवाज सुनकर जब तक परिजन घर से बाहर आए। तब तक हमलावर मौके से फरार हो गए। आनन-फानन में परिजन घायल राहुल को लेकर एक निजी अस्पताल पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे ट्रामा सेंटर रिफर कर दिया।
इसके बाद परिजन लहूलुहान राहुल को लेकर ट्रामा सेंटर पहुंचे, जहां इलाज के दौरान राहुल ने दम तोड़ दिया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची गुडंबा पुलिस को पीडि़त परिजनों ने मनीश ज्वैलर्स के मालिक पर हमले का आरोप लगाया है। परिजनों ने बताया कि कुछ दिन पहले मनीश ज्वैलर्स से किसी बात को लेकर राहुल का झगड़ा हो गया था। फिलहाल पुलिस को अभी परिजनों से कोई तहरीर नहीं मिली है। गाजीपुर सीओ अवीनश्वरचन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि युवक की मौत हो चुकी है। परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। देर रात तक परिजनों को कोई तहरीर नहीं मिली थी।
राहुल रस्तोगी एक एडवोकेट का मुंशी था। करीब दो साल पहले राम मिलन का गुडम्बा थाने के सामने रहने वाले मनीष नामक युवक से झगड़ा हुआ था। बताया जा रहा है कि आज उनका बेटा घर मे आग ताप रहा था। तभी रात करीब 10 बजे दरवाजे पर किसी ने उसे आवाज दी। वह बाहर गया तो फायर की आवाज आई। पिता राम मिलन भाग कर बाहर गए, जहाँ राहुल जमीन पर पड़ा तड़प रहा था और उसके सीने से खून बह रहा था। वहीं उन्होंने मनीष रस्तोगी और अनिल रस्तोगी को सफेद रंग की स्कूटी से भागते देखा। गोली की आवाज से इलाके में भगदड़ मच गई।