राजधानी लखनऊ के हजरतगंज जैसे हाई सिक्यूरिटी जोन में पुलिस पिकेट से चंद कदम की दूरी पर स्थित कसमंडा अपार्टमेंट में रहने वाले भाजपा के पूर्व विधायक प्रेम प्रकाश उर्फ जिप्पी तिवारी के पुत्र वैभव तिवारी की हत्या के मुख्य आरोपी विक्रम सिंह और सूरज शुक्ला को पुलिस ने मंगलवार को कोर्ट में आत्मसमर्पण करने जाते समय गिरफ्तार कर लिया था। दोनों आरोपियों पर 20-20 हजार रुपये का पुरस्कार घोषित था। दोनों कोर्ट में आत्मसमर्पण करने गए थे लेकिन पहले से जाल बिछाए बैठी पुलिस ने उन्हें धर दबोचा था। (वैभव की हत्या में प्रयुक्त पिस्टल)
तीन दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर आरोपी
- एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि इस हत्याकांड की विवेचना कर रहे विवेचक द्वारा अमलपाल शर्मा
- बनाम उत्तर प्रदेश राज्य तथा कुलकर्णी बनाम सीबीआई के प्रकरण के सर्वोच्च न्यायलय द्वारा अवधारित
- प्रक्रिया के अनुरूप कस्टडी रिमांड गिरफ़्तारी के तत्काल बाद ही प्राप्त करने का अनुरोध किया गया था।
- जिसके क्रम में न्यायलय द्वारा आज से 3 दिनों का कस्टडी रिमांड दिया गया है।
- उन्होंने बताया कि अभी तक ये प्रक्रिया यूपी में प्रचिलित नहीं थी
- लेकिन विवेचक द्वारा इस प्रक्रिया के माध्यम से पुलिस कस्टडी रिमांड प्राप्त करना
- अभियोजन की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा।
- SSP ने बताया कि रिमांड के पहले दिन आरोपियों से पुलिस अधिकारियों ने अलग-अलग गुप्त स्थान पर पूछताछ की।
- यहां उन्होंने बताया कि वैभव की हत्या करने के बाद वारदात में प्रयुक्त पिस्टल को गोमती नदी में फेंक दिया था।
- इसके अलावा आरोपियों ने कई अहम राज उगले।
- पूछताछ में खुलासे के बाद पुलिस आरोपियों को लेकर उनकी निशानदेही पर गोमती नदी के पास पहुंची।
- यहां पुलिस ने घंटों नदी में आधुनिक संसाधनों से पिस्टल ढूंढ़ने का प्रयास किया लेकिन सफलता हासिल नहीं हो पाई।
- पुलिस बाकी के बचे दो दिन आरोपियों से और अहम सुराग उगलवाने की कोशिश करेगी।
क्या है पूरा घटनाक्रम? (वैभव की हत्या में प्रयुक्त पिस्टल)
- गौरतलब है कि हजरतगंज चौराहे पर शनिवार रात भाजपा से तीन बार विधायक रहे
- प्रेम प्रकाश उर्फ जिप्पी तिवारी के पुत्र वैभव तिवारी (30) की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
- वैभव डुमरियागंज के दमुआपुर, गांव का प्रधान था।
- रात करीब 9:00 बजे उसके परिचित सूरज शुक्ला ने फोन कर चौराहे पर बुलाया।
- सात लाख रुपये के लेनदेन को लेकर दोनों में झगड़ा हुआ
- तो सूरज के दोस्त और हिस्ट्रीशीटर विक्रम ने पिस्टल निकालकर वैभव के सीने में गोली मार दी।
- वैभव को लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
- एसएसपी ने बताया कि आरोपियों की तलाश में पुलिस की 6 टीमें दबिश दे रही थीं।
- डुमरियागंज से विधायक रहे जिप्पी कसमंडा अपार्टमेंट में पत्नी संध्या,
- बेटे वैभव और उसकी पत्नी शिवांशु तथा तीन साल की बेटी वैष्णवी के साथ रह रहे थे।
- वैभव प्रॉपर्टी का कारोबार करता था।
- परिवारीजनों ने बताया कि वैभव की मां संध्या डुमरियागंज से बीडीसी हैं, वैभव इकलौता बेटा था।
- वैभव का रिश्तेदार गोमतीनगर निवासी आदित्य शनिवार को उनके घर आया था।
- आदित्य ने बताया कि दोनों अपार्टमेंट के बाहर पार्क रोड पर टहल रहे थे।
- अर्जुनगंज के खुर्दही बाजार निवासी सूरज ने फोन कर बिजनेस की बात करने के लिए हजरतगंज चौराहे पर बुलाया।
- इसी बीच, वैभव के पिता आ गए।
- आदित्य उनके साथ अपार्टमेंट चला गया।
- आदित्य के जाते ही सूरज और उसका हिस्ट्रीशीटर साथी नरही निवासी विक्रम सिंह काले रंग की सफारी से वहां आ गए।
- वैभव कसमंडा हाउस के गेट पर ही उनसे बातचीत करने लगा।
- आदित्य नीचे उतरा तो वैभव और सूरज के बीच तनातनी चल रही थी।
- उसने बीचबचाव किया तो सूरज ने धमकी और गालियां दी।
- वैभव ने विरोध किया तो विक्रम ने वैभव की हत्या में प्रयुक्त पिस्टल निकाल ली और वैभव पर फायर कर दिया।
- गोली लगते ही वैभव जमीन पर गिर गया।
- विक्रम और सूरज भाग खड़े हुए।
- आदित्य ने फोन कर पूर्व विधायक को बुलाया।
- दोनों वैभव की हत्या में प्रयुक्त पिस्टल कार से वैभव को लोहिया अस्पताल ले गए,
- लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
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