महोबा। उत्तर प्रदेश के महोबा में दो समुदायों के बीच तनाव का मामला प्रकाश में आया है। खबरों के मुताबिक एक काली माता के मंदिर के पास मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शव को दफ़नाने का प्रयास किया है।
- इसका हिंदू समुदाय के लोगों ने विरोध किया तो दोनों समुदायों के बीच तनाव पैदा हो गया।
- सोशल मीडिया पर वायरल हो रही ख़बरों के अनुसार तनाव की सूचना पाकर कई थानों से पुलिस फ़ोर्स मौके पर बुला ली गई।
- हालांकि इस घटना को पुलिस ने साफ तौर पर इंकार किया है।
- सीओ महोबा जितेंद्र दुबे ने बताया कि हम अभी उधर से ही गुजरे हैं अभी ऐसा कोई मामला नहीं है।
- उन्होंने बताया कि तनाव की कोई सूचना भी पुलिस को नहीं प्राप्त हुई है।
- क्षेत्राधिकारी ने बताया कि मामला तीन दिन पुराना है, ये जमीन कब्रिस्तान की है।
- 15 दिन पहले एक मुस्लिम दफनाया गया था।
- परसो दफनाने को लेकर पड़ोसियों ने विवाद किया था।
- जिसके बाद अधिकारियों ने जमीन के कागज निकला कर समझौता करा दिया था।
क्या है पूरा महोबा में दो समुदायों के बीच तनाव का घटनाक्रम
- गौरतलब है कि करीब 15 दिन पहले महोबा के पनवाडी ब्लॉक में मुस्लिम समुदाय के द्वारा काली माता के समीप स्थित एक कब्रिस्तान में शव दफनाया था।
- तीन दिन पहले शव दफनाने का मामला उछल गया।
- इस दौरान हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं को जब इसकी जानकारी हुई तो वह मौके पर पहुंचे और विरोध प्रदर्शन करने लगे।
- कार्यकर्ता मंदिर के समीप शव दफ़नाने को लेकर विरोध जता रहे थे।
- इसकी जानकारी जब अधिकारियों को हुई तो पुलिस और प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा।
- अधिकारियों ने कब्रिस्तान की जमीन के कागजात मंगवाए और हिन्दू युवा वाहिनी के जिलाध्यक्ष आशीष सिंह, जिलाप्रभारी पुष्पेंद्र सिंह, पनवाडी नगर अध्यक्ष आलोक सक्सेना, जिला संयोजक देवेंद्र प्रताप सिंह, जिलाउपाध्यक्ष विपिन, सहित ब्लाक के सभी कार्यकर्ताओं को समझा कर मामला शांत करवा दिया था।
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