यूपी के मुजफ्फरनगर जिले में टीचर के उत्पीड़न और पुलिस की कार्यप्रणाली से नाराज मासूम बच्चे को आज आत्मदाह जैसा खौफनाक कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ा।
एसएसपी कार्यालय में मचा हड़कंप
- दरअसल मामला वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय का है जहां 12 साल का हिमांशु एक पेट्रोल की बोतल के साथ पहुंचा।
- जिसे देखकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर अफरा-तफरी मच गई।
- बच्चे को बोतल के साथ देखकर पुलिसकर्मियों ने पूछा कि क्या मामला है तो उसने थाना सिखेड़ा पुलिस के प्रति बेहद नाराजगी जाहिर की और बोतल निकाल कर आत्मदाह का प्रयास करने लगा।
- इतने में पुलिसकर्मियों ने बच्चे को बोतल सहित हिरासत में लेकर पुलिस अधीक्षक के सामने पेश कर दिया।
- उसके बाद बच्चे ने पुलिस अधीक्षक से पूरा मामला बताया।
- थाना सिविल लाइन पुलिस ने बच्चे को हिरासत में लेकर थाने बैठा दिया।
- बच्चे की मानें तो उसी के गांव के एक मास्टर को उसने अपना लैपटॉप ठीक कराने के लिए दिया था।
- लेकिन जब बच्चे ने उससे लैपटॉप वापस मांगा तो उसे लैपटॉप देने से मना कर दिया।
- जिसके बाद बच्चा जब भी लैपटॉप मांगने के लिए मास्टर के घर जाता तो मास्टर उसे मारपीट कर भगा देता।
चाकू दिखाकर धमका रहा मास्टर
- यहां तक कि कई बार बच्चे को चाकू दिखाकर डराया और धमकाया भी जिसके बाद बच्चे ने तंग आकर थाना सिखेड़ा में मास्टर के खिलाफ तहरीर दे दी।
- लेकिन पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
- मास्टर की दबंगई से तंग आकर इस मासूम बच्चे को वह करने पर मजबूर होना पड़ा।
- जिसे सुनकर किसी की भी रूह कांप जाए।
- जब दबंग मास्टर और पुलिस ने बच्चे को पूरी तरह से प्रताड़ित कर दिया।
- उसके बाद आज बच्चा पेट्रोल की एक बोतल लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर पहुंच गया।
- जहां उसने आत्मदाह करने का प्रयास किया।
- लेकिन पुलिसकर्मियों ने उसे रोककर हिरासत में लिया है।
- जिसके बाद बच्चे को थाना सिविल लाइन पुलिस को सौंप दिया।
- अब देखना यह होगा कि क्या पुलिस उस दबंग मास्टर के खिलाफ कार्रवाई करती है या नहीं।
- बहराल यह कहना बिल्कुल भी गलत नहीं है कि इस बच्चे को आत्मदाह के लिए उकसाने वाला वह दबंग मास्टर जितना जिम्मेदार है उतनी ही मुजफ्फरनगर की पुलिस भी है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
- एएसपी देहात अजय सहदेव ने बताया कि ये लड़का सिखेड़ा थाना क्षेत्र का है।
- इसने बताया है कि इसने अपना कोई लैपटॉप रिपेयर होने के लिए दिया था।
- जोकि पासवर्ड की वजह से काम नहीं कर पा रहा था।
- जिस व्यक्ति को इसने लैपटॉप दिया था उसने इसको वो वापस नहीं दिया।
- कल ये अपनी दरख्वास्त लेकर आया था एसओ सिखेड़ा को ये भेजी गई थी।
- जिस व्यक्ति को इसने लैपटॉप दिया था, उससे हम लैपटॉप लेकर आये थे।
- लेकिन सम्भवता जो लैपटॉप उसने दिया है, वो उसका नहीं है।
- जिससे की लड़का बहुत परेशान था। एसओ सिखेड़ा को जानकारी दी गई है और लड़के को उसके परिजनों के साथ थाने में भेजा रहा है।
- जो भी इसकालैपटॉप का मामला है उसे निपटाया जाएगा तथा इसकी मदद की जाएगी, ये सातवीं कक्षा में पढता है।
छह माह पहले दिया था लैपटॉप
- हिमांशु ने बताया कि 6 महीने पहले हमने अपना लैपटॉप गाँव के ही एक मास्टर को दिया था, उसमें पासवर्ड लग गया था।
- इसलिए मेने वो मास्टर जी को दिखाया था, वो गांव में ही रहते हैं।
- उनहोंने कहां की तुम्हारे लैपटॉप में 800 रूपये लगेंगे और वो ठीक हो जायेगा।
- तो मैंने लैपटॉप और उसके साथ का बाकी सारा सामान उनको दे दिया।
- उसके बाद जब में अपना लैपटॉप लेने गया तो उन्होंने कहा कि वो तो दिल्ली सही होने जा रहा है।
- मैं सिखेड़ा थाने में भी इसकी रिपोर्ट दर्ज करा करा आया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई और किसी ने भी मेरी नहीं सुनी, फिर मैं एसएसपी सर के पास आया तो उन्होंने कहा कि आपकी पूरी मदद की जाएगी।
- पीड़ित बच्चे का कहना है कि जब मैं उस मास्टर के पास जाता हूं तो मारने-पीटने की धमकी देता है और मुझे चाक़ू दिखाता है।
- मेरी तीन बहने हैं और मैं अकेला हूं, मेरे पापा किसान हैं और मजदूरी करते हैं मैं कक्षा सात में गाँव में ही पढ़ता हूं।
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