वाराणसी। काशी की सकरी गलियां जहां पर्यटकों को रोमांचित करती हैं वहीं अपराध करने के बाद बदमाशों के भागने में सहायक भी होती हैं। अपराध के दौरान चाहकर भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंच पाती इसलिए घटना की सूचना के बाद डायल-100 के चार पहिया वाहन मौके पर तो पहुंचते हैं लेकिन घटनास्थल तक पुलिसकर्मियों को पैदल ही जाना पड़ता है। तब तक बदमाश आसानी से फरार हो जाते हैं। (Dial 100)
पूर्व सरकार में उठी थी मांग (Dial 100)
- सपा सरकार के शासनकाल में ही मांग उठी थी।
- डायल-100 में चार पहिया के साथ-साथ दो पहिया वाहन भी रखे जाएं ताकि गलियों में पुलिस को परेशानी न हो।
- समीक्षा के बाद प्रस्ताव को शामिल तो कर लिया गया लेकिन हरी झंडी नहीं मिल सकी।
- मगर योगी सरकार ने योजना को हरी झंडी दे दी है।
- पूरे प्रदेश के लिए करीब 1600 बाइकें दी जाएंगी।
- इसमें वाराणसी के लिए दिसंबर के अंत तक 54 बाइकें उपलब्ध कराई जाएंगी।
- सूत्र बताते हैं कि बड़े शहरों में पहले से ही चार पहिया वाहन ज्यादा हैं ऐसे में दो पहिया वाहन कम ही दिए जा रहे हैं।
- वहीं छोटे जिलों को दो पहिया वाहन ज्यादा देने की योजना है।
चार पहिया वाहनों को मेंटेन करने में काफी दिक्कत
- इसका कारण यह है कि वहां चार पहिया वाहनों को मेंटेन करने में काफी दिक्कत हो रही है।
- बहरहाल, जिला में अभी डायल-100 की 32 इनोवा व 22 बोलेरो हैं। बाइक एक भी नहीं हैं।
- संचार साधन से लैस होंगे वाहन।
- SP ग्रामीण व डायल-100 के अधिकारी अमित कुमार ने बताया कि वाहन संचार साधन (MDT) किट से लैस होगी।
- पुलिसकर्मियों को वायरलेस सेट व मोबाइल भी दिया जाएगा।
संचार साधन से लैस होंगे वाहन
- पुलिस अधीक्षक ग्रामीण व डायल-100 के नोडल अधिकारी अमित कुमार ने बताया कि वाहन संचार साधन अर्थात एमडीटी किट से लैस होगी।
- पुलिसकर्मियों को वायरलेस सेट व मोबाइल भी दिया जाएगा।
अपराधियों की अब खैर नहीं
- डायल-100 की दो पहिया वाहन से घुंघरानी गली, कचौड़ी गली, घाट किनारे, चौक क्षेत्र, हड़हा, नई सड़क, गोदौलिया, मैदागिन, सुड़िया सहित पूरे शहर में अपराध एवं अपराधियों पर लगाम लग सकेगी।
- थाने के सिपाही अभी मौके पर पहुंचने में घंटों लगा देते हैं।
- जबकि बाइकर्स पांच से दस मिनट में मौके पर पहुंच जाएंगे। (Dial 100)
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