आखिरकार किरकिरी होने के बाद परिवहन विभाग (up transport ministry) की नींद खुली. विभाग ने अखिलेश यादव के नाम वाले शिलापट्ट हटाने का निर्देश दे दिया. परिवहन निगम मुख्यालय पर पूर्व सरकार के कार्यकाल के अन्दर जनता को समर्पित बस स्टेशन के शिलापट्टको हटाने का निर्देश दिया गया. शिलापट पर अखिलेश यादव मुख्यमंत्री के रूप में दिखाए गए थे.
पुरानी सरकार का शिलापट्ट:
- उत्तर प्रदेश परिवहन निगम आज भी अखिलेश यादव को अपना मुख्यमंत्री मानता है.
- वहीँ परिवहन मंत्री आज भी विभाग के लिए यासर शाह ही हैं.
- गौरतलब है कि, राजधानी लखनऊ में परिवहन के निगम मुख्यालय पर करीब 25 शिलापट्ट रखे हुए हैं।
- ये सभी शिलापट्ट प्रदेश के 25 बस स्टेशनों व कार्यशालाओं में लगाने के लिए रखे हैं.
- इन सभी शिलापट्टों पर मुख्यमंत्री के तौर पर अखिलेश यादव का जिक्र किया गया है.
- इसके साथ ही परिवहन विभाग के मंत्री भी यासर शाह हैं, स्वतंत्र देव सिंह नहीं.
योगी को मुख्यमंत्री नहीं मानता ‘परिवहन विभाग’!
न लगाये गए, न छुपाये गए(UPSRTC department):
- परिवहन विभाग ने इन शिलापट्टों को न ही बस स्टेशनों और कार्यशालाओं में लगवाया.
- और न ही इन शिलापट्टों को छुपाये जाने की भी जेहमत उठायी गयी.
- ये शिलापट्ट वर्तमान सरकार को मुंह चिढ़ाते हुए परिवहन विभाग मुख्यालय में रखे हुए हैं.
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Kamal Tiwari
Journalist @weuttarpradesh cover political happenings, administrative activities. Blogger, book reader, cricket Lover. Team work makes the dream work.