उत्तर प्रदेश के अमेठी जिला में रीता सिंह जन कल्याण समिति द्वारा कलेक्ट्रेट पर विरोध प्रदर्शन किया गया। जिसमें विरोध प्रदर्शन कर सैकड़ों महिलाओं ने वर्तमान केंद्र और प्रदेश की सरकार को किसान व मजदूर विरोधी बताया। प्रदर्शन को संबोधित करते हुए रीता सिंह जन कल्याण समिति की अध्यक्षा व किसान नेत्री रीता सिंह ने कहा कि किसानों के सहारे बनी केंद्र और सूबे की सरकार किसानों का ही शोषण कर रही है।
वादा खिलाफ और किसान मजदूर विरोधी है ‘योगी-मोदी’ सरकार
वर्तमान सरकार द्वारा किसानों के हित में काम करने का वादा किया गया था तथा किसानों की उन्नति के लिए आय दोगुना करने का भी वादा किया गया। लेकिन सरकार बनने के बाद किसानों के साथ धोखा हो गया। जहां एक ओर किसानों की फसलों का उचित मूल्य नहीं मिल रहा तथा वही दूसरी ओर किसानों की फसलों को आवारा मवेशियों बर्बाद किया जा रहा है।
इस मामले में सरकार द्वारा कोई भी हल नहीं निकाला जा रहा आज सूबे में किसानों की स्थिति बेहद दयनीय है। जिससे केंद्र व प्रदेश सरकार बेखबर है। रीता सिंह ने कहा कि सरकार अलग से किसान आयोग का गठन कर फसल का समर्थन मूल्य स्वामी नाथन आयोग के अनुसार तय करे तथा बढ़ी हुई बिजली की दरें, उर्वरक बिक्री में लागू होने जा रहे डीबीटी व्यवस्था पर रोक लगाए साथ ही विधवा व बृद्ध पेंशन में बढोत्तरी करें।
सड़कों पर नारेबजी से बदला सियासी सुर
इन समस्याओं को लेकर जनकल्याण समिति की महिलाओं ने रेलवे स्टेशन गौरीगंज से जिलाधिकारी कार्यालय तक पैदल मार्च निकाल योगी और मोदी सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाए और जिलाधिकारी महोदया अमेठी को किसानों की समस्याओं से सम्बंधित छह सूत्रीय ज्ञापन सौपा। विरोध प्रदर्शन और ज्ञापन के इस मौके पर नीतू सिंह, माधुरी, कमलेश, विशम्भर सिंह, शिव शंकर सिंह, शिव प्रताप सिंह, अर्जुन सिंह, रामलखन सहित सैकड़ों लोग आदि मौजूद रहे।
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