आम आदमी जब रेल का टिकट बुक करने जाता है तो उसका सामना लम्बी वेटिंग लिस्ट से होता है और महीनों बाद का भी टिकट उसे नहीं मिल पाता है तब उसे तत्काल टिकट का सहारा लेना पड़ता है. पर जनपद गाजीपुर में इस समय कुछ और ही नजारा रेलवे में देखने को मिल रहा है जहाँ कि टिकट कन्फर्म होने के बाद भी लोगों को कभी पूरी बोगी ही नहीं मिल रही है तो कभी एसी फर्स्ट की जगह एसी सेकेण्ड में जगह मिल रही है. इतना ही नहीं विभाग की लापरवाही से ऐसी स्थिति में जब लोगों को बर्थ नहीं मिल रही है.

टिकट बुकिंग के नाम पर बंदरबाट

  • एसी के 14 बर्थ खाली जा रहे हैं जिनका रास्ते में टीटी के द्वारा बंदरबाट किया जायेगा.
  • गाजीपुर से आनंद विहार को जाने वाली सुहेलदेव एक्सप्रेस में अभी कुछ दिनों पूर्व स्लीपर क्लास के 80 लोगों की बर्थ अतिरिक्त कोच में कन्फर्म कर दी गयी थी.
  • पर ट्रेन में अतिरिक्त कोच लगा ही नहीं और इस लापरवाही पर एक रेलकर्मी को सस्पेण्ड भी किया गया.
  • आज फिर इसी ट्रेन में रेलवे की बड़ी लापरवाही देखने को मिली जब एसी वन का टिकट तो लोगों को दिया गया पर एसी 1 की बोगी नहीं ही लगी.

गाजीपुर में चल रहा सीटों का बंदरबाट का खेल 

  • गाजीपुर सिटी रेलवे स्टेशन इन दिनों यात्रियों के साथ धोखा करने का रिकार्ड बनाने में लगा है अभी कुछ दिन पहले आनन्द विहार को जाने वाली सुहेलदेव एक्सप्रेस में अतिरिक्त बोगी का 80 लोगों का टिकट तो कन्फर्म कर दिया गया.
  • पर अतिरिक्त बोगी लगायी ही नहीं गयी.
  • अभी ये मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि आज एक बार फिर इसी ट्रेन में एसी के यात्रियों के साथ रेलवे ने मजाक कर दिया.
  • इस ट्रेन में एसी वन और एसी टू के यात्रियों के लिये अतिरिक्त कोच जो 38 बर्थ की होती है लगनी थी जिसमें 10 एसी वन की बर्थ और 28 एसी टू की बर्थ होती है.
  • इनका टिकट कन्फर्म कर दिया गया लेकिन इस बोगी के स्थान पर एसी टू की बोगी लगा दी गयी जिसमें 52 बर्थ होती हैं.
  • इस बोगी में एसी टू के लोगों के लिये तो कोई समस्या नहीं हुई पर एसी वन के लोगों को अब विभाग की मेहरबानी से एसी टू में यात्रा करनी पड़ेगी.


TTE कर रहे हैं अपनी जेब गरम 

  • लेकिन जो सबसे बड़ी हैरानी की बात है की लोग अपनी यात्रा को सुलभ करने के लिये अलसुबह से ही तत्काल टिकट और अन्य टिकट के लिये घंटों लाइन में लगते हैं.
  • बावजूद इसके उन्हे तत्काल टिकट तय मूल्य से अधिक देने के बाद भी नहीं मिल पाती वहीं आज इस ट्रेन में 14 बर्थ खाली जायेगी.
  • विभागीय सूत्रों की मानें तो इन खाली बर्थ के लिये टीटी और विभागीय अधिकारी अपना काला खेल खेलेंगे.
  • वहीं इस मामले पर स्टेशन अधीक्षक से जब जानने की कोशिश की गयी तो वो बात करने को तैयार नहीं हुये.
  • इस मामले पर जब पीआरओ डीआरएम वाराणसी से फोन पर बात की गयी तो वो भी इस गलती को मानने को तैयार नहीं हुये.
  • लेकिन अन्त में बताया कि जब आनन्द विहार स्टेशन ने अतिरिक्त बोगी भेजी ही नहीं और न ही मेमो भेजा तो हम इसमें क्या कर सकते हैं.

इस मामले पर बोलते हुये सांसद प्रतिनिधि व सदस्य रेल सलाहकार समिति सुनील सिंह ने बताया कि पिछले दिनों भी ऐसा हुआ था और आज भी हुआ है कि चार्ट किसी और बोगी का और बोगी कोई और सामान्य रूप से आनन्द विहार से जो बोगी आती है वही वापस जाती है. यात्रियों को जो असुविधा हुई है उसके प्रति मैं खेद जताता हूँ और आगे से ऐसी गलती न हो ये रेलवे को हिदायत दी जायेगी. 

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