भारत की न्याय व्यवस्था में सभी विश्वास करते हैं और न्यायपालिका के आदेश को मानते हैं। न्यायलय ही ऐसी जगह है जहाँ से हुआ आदेश सभी को मानना पड़ता है चाहे वह सत्ता में बैठा कितना ही बड़ा व्यक्ति क्यों न हो। न्याय और न्याय पालिका आदेश सभी के लिए सामान्य होता है। मगर अब एक ऐसा मामला सामने आ रहा है जिसमें जनता को न्याय देने वाले को ही न्याय नहीं मिल रहा है।
शिवपाल सिंह को नहीं मिल रहा न्याय :
चारा घोटाले में राजद प्रमुख और पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव को 3.5 साल की सजा सुनाई गयी है। इस सजा को सुनाने के बाद सीबीआई की विशेष अदालत के जज शिवपाल सिंह एकाएक चर्चाओं में आ गये थे। शिवपाल सिंह की छवि उनके करीबीयों में काफी शांत और न्यायप्रिय जज की बनी हुई है। मगर लालू को सजा सुनाने वाले जज को ही उनके पैतृक घर उत्तर प्रदेश में न्याय की दरकार है। दोषियों को सजा सुनाकर जेल की सलाखों के पीछे भेजने वाले शिवपाल सिंह आज खुद उत्तर प्रदेश में न्याय के मोहताज हो गये है।
जालौन के रहने वाले हैं शिवपाल :
लालू यादव जैसे देश के बड़े नेता को 3.5 साल की सजा सुनाकर शिवपाल सिंह अचानक सुर्ख़ियों में छा गये थे। मगर इतना बड़ा फैसला लेने वाले शिवपाल आज खुद अपने घर में न्याय से दूर हैं। सीबीआई की विशेष अदालत के जज शिवपाल सिंह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के रहने वाले हैं। सीबीआई कोर्ट के न्यायाधीश शिवपाल के घर के लोग जालौन में न्याय के लिए अधिकारियों के दरवाजे खटखटा रहे हैं। मगर प्रशासनिक उदासीनता के कारण उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है।
घर की जमीन के बीच से निकली है सड़क :
रांची में लालू यादव को सजा सुनाने वाले जज शिवपाल सिंह के घरवाले जालौन के स्थानीय अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं। लगातार अधिकारियों के चक्कर लगाने के बाद भी उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है। शिवपाल सिंह जालौन के गांव शेखपुर खुर्द के निवासी हैं जहाँ अपनी पैतृक जमीन के बीच से चक रोड निकल जाने से वे परेशान हैं। इसमें वे कई बार स्थानीय आला अधिकारियों के पास जा चुके हैं, मगर अधिकारी उनकी समस्या पर गौर नहीं कर रहे हैं।