सेना की वायु रक्षा कोर के स्थापना की 25वीं वर्षगांठ बुधवार को लखनऊ छावनी स्थित मध्य कमान मुख्यालय में हर्षोउल्लास के साथ मनाई गई। इस अवसर पर मध्य कमान के सेनाध्यक्ष ले. जनरल बीएस नेगी ने सेना की वायु रक्षा कोर के सैन्य एवं असैन्य कर्मियों की सराहना करते हुए उन्हें तथा उनके परिवार के सदस्यों को हार्दिक शुभकामनाएं दी।
ले. जनरल बीएस नेगी ने वायु रक्षा कोर के सैनिकों की शौर्य, पेशेवर दक्षता एवं कार्यकुशलता की सराहना की और आशा व्यक्त की कि वायु रक्षा कोर के सैनिक अपने कोर की उच्च परंपराओं एवं उपलब्धियों को बनाये रखने में सदैव तत्पर रहेगें। इस अवसर पर ब्रिगेडियर एएडी ब्रिगेडियर संजय सेठी ने मध्य कमान के युद्ध स्मारक “स्मृतिका” पर माल्यार्पण कर जाबांज शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। तदोपरांत भूतपूर्व सैनिकों एवं वीर नारियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सूर्या सैनिक इंस्टीट्यूट में एक बड़ाखाना का आयोजन किया गया कोर के सेवारत् एवं सेवानिवृत्त सैन्यधिकारियों, जूनियर कमीशन्ड अधिकारियों एवं भूतपूर्व सैनिकों ने भाग लिया।
इस कोर ने युद्ध एवं शांति समय में हवाई सुरक्षा में अपनी अहम् भूमिका निभाई है। राष्ट्रीय राइफल्स तथा फील्ड फार्मेशनों में में तैनात वायु रक्षा कोर की यूनिटें एवं सैन्यकर्मियों ने आतंकवाद विरोधी अभियानों सहित विभिन्न प्राकृतिक आपदा राहत एवं बचाव कार्याें में अपनी अहम् भूमिका निभाया है। वायु रक्षा कोर ने अपनी अपूर्व वीरता एवं सराहनीय कार्यों के लिए तीन मिलिट्री क्राॅस और सौ से अधिक अन्य वीरता पदक प्राप्त किये हैं। इस कोर का आदर्श वाक्य है- “आकाशी शत्रुन जहि” जिसका अर्थ है- “आकाश में ही शत्रु को मार गिराओ”।
बता दें कि वायु सेना स्टेशन बख्शी का तालाब (बीकेटी) ने 08 अक्टूबर 2017 को भारतीय वायु सेना की 85वीं वर्षगांठ उत्साह, जोश व हर्षोल्लास के साथ मनायी। इस उपलक्ष्य में वायुसेना स्टेशन द्वारा एक पखवाड़ेे तक विविध कार्यक्रम आयोजित किये गये। इस दौरान एक शपथ ग्रहण समारोह भी आयोजित किया गया। जिसमें सभी वायु सैनिकों को पूर्ण समर्पण के साथ राष्ट्र सेवा के लिए कार्य निष्ठा की शपथ दिलायी गई थी।