मुख़्तार अंसारी को लखनऊ से बाँदा भेजे जाने के बाद आज अफजाल अंसारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि बाँदा में वो सुरक्षित नहीं है और इसकी आशंका वो पहले ही जता चुके हैं. मुख़्तार के भाई अफजाल ने कहा कि जेल में मेरे भाई मुख्तार को अटैक पड़ा था जिससे उनकी तबियत खराब हो गयी थी उनके मुह से गाज गिरने से उनकी पत्नी हुई थी बेहोश. मुख्तार ने पहले ही कहा था कि मैं जेल में सुरक्षित नही हु मैं आगरा और लखनऊ जेल से शिफ्ट होने पर आशंका जताई है.
अफजाल के साथ मुख़्तार के छोटे बेटे उमर अंसारी भी प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद:
अफजाल ने कहा कि मुख्यमंत्री का धन्यवाद मैने किया था और फोन पर आग्रह किया कि सदन का सदस्य होने नाते उनके जीवन के संकट को देखते हुए पीजीआई भेजने की रिक्वेस्ट की थी. बाँदा के डीएम ने कहा कि डॉक्टरों की टीम के साथ वहां से पीजीआई रवाना किंया गया था. डॉक्टरों ने आशंका जताई थी कि पहले आशंका जताई थी कि दोबारा अटैक के बाद संभावना कम होती है. इंजियोग्राफी के बाद कहा गया कि उनकी नशो में ब्लॉकेज है उसे देखकर उससे ऑपरेशन किया जाएगा.
जहर देने की बात भी बोले अफजाल
उन्होंने कहा कि बांदा के लोग नहीं मानते है कि इन्हें जहर दिया गया है बल्कि इन्हें अटैक पड़ा था. पहले डॉक्टरों ने कहा 72 घण्टे का समय मांगा था उसके बाद उन्हें शिफ्ट कर दिया था. मुख्यमंत्री के बाद किसका फोन आया कि पूरा घटना क्रम बदल गया जो 72 घण्टे में जाने को कह रहे थे वो तुरंत भेजने की बात कही गयी. डिस्चार्ज की फाइल पर लिखा गया था कि यात्रा न किया जाए फिर भी उन्हें जबरन भेज गया जो गलत है अस्पताल के बजाय जेल क्यों भेज दिया गया. कौन सा दबाव में उन्हें भेज गया जेल और उन्हें अस्पताल में नहीं रखा गया.
ब्रजेश सिंह पर मेहरबानी क्यों ?
उन्होंने सवाल किया कि किसी को राहत दी जा रही है ताकि उसका बयान न हो 1986 कि घटना को दबा रहे है. घर बनारस में और उन्हें रखा गया जेल में, बृजेश सिंह पर मेहरबानी क्यों की जा रही है? जहर और हार्ट अटैक में से क्या है और क्यों की जा रही है अनदेखी. विधायक एमएलसी को मिलने नही दिया गया मुझे मुख्तार से नही मिलने नही दिया गया. पुलिस के अधिकारी तैयार कर रहे है मेडिकल बुलेटिन इसका क्या मतलब है. इलाज में क्यों अनदेखी की जा रही है और हम कोर्ट में जाएंगे.
क्यों दबाव में हुई कार्रवाई
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि इंजियोग्राफी के बाद सड़क मार्ग से मुख्तार को क्यों ले जाया गया ये बड़ा प्रश्न है, इलाज में क्यों अनदेखी की जा रही है और हम कोर्ट में जाएंगे।