देश मे जहां एक ओर स्वच्छता मिशन के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किये जा रहे है, वही लखनऊ में स्थानीय प्रशासन स्वच्छता अभियान में सेंध लगा रहा है. राजधानी की कुछ तस्वीरें यह बयां करती है की स्वच्छता के प्रति प्रशासन कितना जागरुक है. अभी हाल में ही राजधानी का गुडंबा थाना देश के 10 सर्वश्रेष्ठ थानों में टॉप थ्री में शामिल हुआ है.
यह पूरे उत्तर प्रदेश में एक ऐसा इकलौता थाना है जो टॉप थ्री में शामिल है.जिसे आल इंडिया डीजी कान्फ्रेंस में गुडंबा थाने के प्रभारी राम सूरत सोनकर को सम्मानित किया जायेगा, लेकिन शहर में फैला कचरा गंदगी इस सम्मान की सूरत को बदरंग कर रहा है. यह हम नही कह रहे है शहर में फैली गंदगी और नगर निगम का रवैया बता रहा है.
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राजधानी में लगा कचरे का अम्बार
देश और प्रदेश के मुखिया स्वच्छ भारत अभियान के तहत जहां करोड़ों रुपए खर्च कर रहे हैं वही स्थानीय प्रशासन उनके सपने में सेंध लगा रहा है.राजधानी की कुछ ऐसी ही तस्वीरें साफ बयां करती हैं की स्थानीय प्रशासन अपनी जिम्मेदारी के प्रति कितना सचेत है, आपको बता दें कि ताजी तस्वीरें हैं चौक थाना क्षेत्र स्थित पाटानाला चौकी की जहां पुलिस चौकी के ठीक सामने बीच रोड में कचरे का अंबार लगा हुआ है.
खबर से सम्बधित तस्वीरे
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शहर में फैला कचरा लोगों के लिए बना मुसीबत
शहर में लगे हुआ यह कचरे का अम्बार लोगों के लिए मुसीबत बना हुआ है, जिसकी सुध ना तो चौकी में तैनात पुलिस अधिकारियों को है, और ना ही नगर निगम के अधिकारियों को है. बीच रोड में लगे इस दुर्गंधयुक्त गीले कचरे से चौकी में आने वाले पीड़ित और रास्ते से निकलने वाले राहगीर बेहद परेशान है वहीं आवारा मवेशी इस कचरे को लगातार सड़क पर फैलाते रहते हैं जिससे निकलने वाले वाहनों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है ऐसे माहौल में नगर निगम और चौकी प्रशासन लापरवाही बरत रहा है, और दोनों ही अपने कान में उंगली डाले बैठे हैं.
प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छता अभियान में लखनऊ पीछे
प्रधानमंत्री मोदी ने स्वच्छता अभियान का जो सपना देखा था वह लखनऊ में बुरी फेल होता दिख रहा है, लखनऊ में एक नही कई जगह ऐसी है जहां गंदगी का अंबार लगा हुआ है जिसकी सुध ना तो अधिकारी लेते है ना प्रशासन, यह फैली गंदगी लोगों को अपनी नाक बंद करके निकलने पर मजबूर करती है.