मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी बुधवार रात अपने सरकारी आवास के पास बने सेल्टर होम में अचानक निरीक्षण करने पहुंच गए थे जिससे अफसरों में हलचल हो गई थी. जियामऊ स्थित नगर निगम के एक सेल्टर होम में बेड और दूसरे में जमीन पर ही गद्दे बिछे देख सीएम ने थोड़ी नाराजगी जताई थी. उन्होंने बेड के साथ बेघरों के लिए खाना बनाने के इंतजाम करने के भी निर्देश दिए थे.
सीएम योगी के सख्त निर्देश के बाद भी सर्दी के मौसम में लोग तमाम परेशानियों का सामने कर रहे है , हम बात कर रहे है क्वीन मेरी अस्पताल की जहां के रैन बसेरे में सुविधा नाम की कोई चीज नही है, शहर में जहां सर्दी अपने चरम पर है, वही प्रशासन की खामिया छिपाए नही छिप रही है. एक दिन पहले सीएम योगी ने जिया मऊ का औचक दौरा करके प्रशासन में हड़कंप मच गया था.
खबर से जुड़ी कुछ तस्वीरे
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अस्पताल क्विन मेरी सुविधा के नाम पर सिर्फ धोखा
अस्पताल क्विन मेरी में हालत इतनी जर्जर है कि महिलाओं के वाशरुम में कुंडी तक नही है प्रशासन के लिए इससे ज्यादा शर्म की बात क्या हो सकती है, उपर से गंदगी इतनी है कि इलाज मिले ना मिले पर उपहार में अस्पताल बीमारी जरुर देगा.इतनी कड़ाके की ठंड में अस्पताल में बने रैन बसेरे में लोगों के पास ना तो कुछ ओढ़ने को हैं ना हि कुछ बिछाने को है. रैन बसरे के पास फैले कचरे के डब्बे व गंदगी तो यह ही बताती है कि विकास के कार्य सिर्फ कागजों व टेलिविजन पर ही होगें क्योकि हकीकत में तो आम आदमी को दर-दर की ठोकरने ही खानी है.
अस्पताल में फैली इतनी गंदगी के बावजूद लोग वहां पर बैठेते है रुकते है क्योकि उनके पास दूसरा कोई रास्ता नही है. उनसे बात करने पर उन्होंने ने सिर्फ इतना ही कहा कि सरकार व प्रशासन को ध्यान देना चाहिए ताकि लोगों को इतनी असुविधा ना हो.
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