उत्तर प्रदेश के पूर्व विधायक (MLA) और पूर्व विधान परिषद सदस्य (MLC) अब नहीं कर सकेंगे राज्य सरकार के प्रतीक चिन्हों का इस्तेमाल(राज्य सरकार प्रतीक चिन्ह), जिसके लिए सूबे की योगी सरकार ने इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित को पत्र लिखकर आदेश जारी किया है। सरकार द्वारा जारी आदेश में साफ तौर पर लिखा गया है कि प्रदेश के पूर्व विधायक और पूर्व एमएलसी अपने लेटर पर यूपी सरकार के लोगो का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे।
विधानसभा अध्यक्ष ने जारी किया आदेश(राज्य सरकार प्रतीक चिन्ह):
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने राज्य सरकार के चिन्हों के दुरूपयोग को रोकने के लिए सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा था, पत्र मिलते ही विधानसभा अध्यक्ष ह्रदय नारायण दीक्षित ने इस संबंध में पूर्व एमएलए और पूर्व एमएलसी द्वारा लोगो इस्तेमाल पर रोक लगाते हुए आदेश जारी कर दिया है। जिसके बाद विधायक और एमएलसी ही नहीं बल्कि सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री भी अब यूपी सरकार के सरकारी चिन्ह का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। बता दें कि, विधायक और मंत्री अपने पद पर रहते हुए प्रतीक चिन्ह के इस्तेमाल पर रोक नहीं है। ये आदेश सिर्फ पूर्व एमएलसी और विधायकों और पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व मंत्री के लिए हैं। दरअसल सूबे में राज्य सरकार के प्रतीक चिंहों का दुरुपयोग होने से रोकने के लिए ये आदेश जारी किया गया है। अभी तक पूर्व विधायक, पूर्व विधान परिषद सदस्य अपने लेटर पैड में सरकारी प्रतीक चिन्हों का इस्तेमाल करते आ रहे हैं, लेकिन अब इस आदेश के बाद अपने लेटर पैठ में राज्य के प्रतीक चिंह का प्रयोग नहीं कर सकेंगे।
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कांग्रेस ने आदेश पर उठाई ऊँगली(राज्य सरकार प्रतीक चिन्ह):
यूपी विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने पूर्व एमएलए और पूर्व एमएलसी या पूर्व मंत्रियों के द्वारा उत्तर प्रदेश का प्रतीक चिन्ह इस्तेमाल किए जाने पर रोक लगाने के बयान पर विपक्षी पार्टी कांग्रेस के के प्रवक्ता अमरनाथ अग्रवाल ने कहा कि ऐसा निर्णय समझ से परे है। उन्होंने कहा कि जो पूर्व में विधायक या सांसद रह चुके हैं उन्हें निधि भी मिलती है और तमाम प्रकार के सरकारी भत्ते भी मिलते हैं जो किसी कारण से ही मिलते होंगे। ऐसी परिस्थिति में लोगो न लगाने की बात कहना, समझ से परे है। उन्होंने कहा की ध्यान तो इस बात पर देना चाहिए जो मोटर व्हीकल एक्ट का उल्लंघन करते हैं, तमाम ऐसे विभाग के लोग हैं जो विभाग का लोगो गाड़ियों में लगा कर चलते हैं, उन पर कार्यवाही होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि, यह एक प्रकार की सस्ती राजनीति है।
सपा बोली, सरकार काम तो कुछ कर नहीं रही(राज्य सरकार प्रतीक चिन्ह):
वहीं समाजवादी पार्टी से गाजीपुर के जखनिया विधानसभा से पूर्व विधायक रहे विजय कुमार ने इस प्रश्न पर कहा कि यह पूरी तरह गलत है, जो पूर्व विधायक हैं उनसे लोगो छीनना उनके अधिकारों का हनन है। उन्होंने कहा कि, सरकार काम तो कुछ कर नहीं रही है, उसके बजाय पब्लिक और जनप्रतिनिधियों का उत्पीड़न कर रही है।