उत्तर प्रदेश की 17वीं विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही से पहले सदन में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी की टेबल के नीचे से विस्फोटक पदार्थ PETN मिला था। जिसके बाद मामले की जांच NIA को सौंप दी गयी है। वहीँ सदन की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर सूबे के ADG कानून-व्यवस्था ने बैठक(ADG LO meeting) बुलाई थी। जिसके तहत ADG LO की बैठक समाप्त हो चुकी है, बैठक के बाद ADG LO आनंद कुमार ने मीडिया से बातचीत(ADG LO addressed media) की। गौरतलब है कि, बैठक की अध्यक्षता DGP सुलखान सिंह ने की थी।

मार्शल ने देखा पहले विस्फोटक का पैकेट(ADG LO addressed media):

  • यूपी विधानसभा में विस्फोटक मिलने के बाद सूबे के ADG LO आनंद कुमार ने बैठक का आयोजन किया था।
  • बैठक की अध्यक्षता DGP सुलखान सिंह ने की थी।
  • बैठक के बाद ADG LO ने मीडिया से बातचीत की।
  • जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि, विधानसभा के मार्शल द्वारा पहली बार विस्फोटक को देखा गया था।
  • मार्शल द्वारा बताये गए पैकेट की जांच के बाद PETN की पुष्टि हुई थी।

किसी भी धमाके के लिए कम था PETN(ADG LO addressed media):

  • ADG LO ने आगे कहा कि, PETN की जो मात्रा बरामद हुई है वो किसी भी धमाके के लिए काफी नहीं है।
  • उन्होंने आगे बताया कि, विधानसभा के CCTV से जानकारी हासिल की जाएगी।

फरहान की गिरफ़्तारी को इससे जोड़ना जल्दबाजी(ADG LO addressed media):

  • ADG LO ने आगे कहा कि, देवरिया से फरहान की गिरफ़्तारी को PETN मिलने से जोड़ना जल्दबाजी होगी।
  • उन्होंने आगे बताया कि, NIA के साथ ATS भी मामले की जांच करेगी।
  • साथ ही उन्होंने बताया कि, विधानसभा की सुरक्षा के लिए ATS कमांडो लगाये जायेंगे।

 

बैठक में मौजूद थे सूबे के आला अधिकारी(ADG LO addressed media):

  • विधानसभा के सदन में PETN मिलने के बाद शुक्रवार को ADG लॉ एंड आर्डर आनंद कुमार ने बैठक बुलाई गयी थी।
  • बैठक में लखनऊ जोन के सभी अधिकारियों को बुलाया गया था।
  • साथ ही ही बैठक में ATS की एक टीम भी मौजूदा रही थी।
  • बैठक में एटीएस आईजी असीम अरुण,
  • एसटीएफ,
  • इंटेलिजेंस अधिकारी,
  • आईजी,
  • डीआईजी,
  • एडीजी लखनऊ ज़ोन मौजूद थे।

कैसे पहुंचा होगा विस्फोटक(ADG LO addressed media):

  • विधानसभा के गेट पर सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं।
  • मेटल डिटेक्टर के साथ सुरक्षाकर्मी खड़े रहते हैं।
  • लेकिन हैरानी की बात ये है कि मल्टी लेयर सुरक्षा घेरे को तोड़कर कोई विस्फोटक लेकर कैसे पहुँच गया?
  • वहीँ इस पूरे घटनाक्रम में साजिश से इंकार भी नहीं किया जा सकता है।
  • इस प्रकार की वारदात के बाद सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
  • विस्फोटक नीले रंग के पॉलीथीन में रखा गया था।
  • जब राजधानी स्थित विधानसभा सुरक्षित नहीं है तो पूरे प्रदेश में सुरक्षा के प्रबंध कैसे होंगे?
  • ATS को इस मामले में जाँच के आदेश दिए गए हैं।
  • 2011 में दिल्ली हाईकोर्ट के बाहर हुए धमाके में PETN का इस्तेमाल किया गया था।
  • ये एक गंधहीन पदार्थ होता है और इसको X-रे मशीन भी नहीं पकड़ पाती है।
  • ये छोटी से छोटी मात्रा में बढ़ा धमाका कर सकता है।
  • वहीँ ये भी बात सामने आई है कि सदन के भीतर जाने वालों की तलाशी नहीं होती है।
  • ऐसे में सुरक्षा में हुई इस चूक की जवाबदेही किसकी होगी?
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