उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल सिचाई एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री बलदेव सिंह औलख पर दहेज उत्पीड़न केस में दबाव डालने का मामला प्रकाश में आया है. दहेज उत्पीड़न के इस मामले को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट भी बेहद सख्त नज़र आ रही है.
एक माह में रिपोर्ट दाखिल करने के दिए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने निर्देश-
- यूपी के सिचाई एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री बलदेव सिंह औलख पर दहेज उत्पीड़न केस में दबाव डालने का मामला है.
- बता दें की दहेज उत्पीड़न केस को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट बेहद सख्त दिखाई दे रही है.
- गौरतलब हो की इस मामले में मंत्री के दबाव में विवेचनाधिकारी का तबादला किया गया था.
- जिसके बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट में एसपी रामपुर भी पेश हुए थे.
- आज हुई सुनवाई में कोर्ट ने इस मामले में क्राइम ब्रांच के विवेचना अधिकारी राजेंद्र प्रसाद को पुलिस लाइन से वापस लाने का निर्देश दिया है.
- साथ ही हाईकोर्ट ने घटना की जांच पुलिस उपाधीक्षक को सौंपी है.
- हाईकोर्ट ने एक माह में रिपोर्ट दाखिल करने के निर्देश भी दिए हैं.
- दहेज उत्पीड़न केस में न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा और न्यायमूर्ति एम सी त्रिपाठी की खंडपीठ सुनवाई कर रही है.
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