स्वाइन फ्लू ने राजधानी में भयावह रूप धारण करना शुरू कर दिया है, मरीजों की बढ़ती संख्या पर स्वास्थ्य विभाग के प्रयास नाकाफी सिद्ध हो रहे हैं। गुरुवार को भी स्वाइन फ्लू से एक मरीज की मौत हो गई, जबकि 23 मरीजों में वायरस की पुष्टि हुई है। जबकि बीते बुधवार को भी दो मरीजों की मौत और 22 मरीजों में पुष्टि हुई थी।
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बचाव के बताये तरीके
- राजधानी में स्वाइन फ्लू दिन प्रतिदिन घातक होता जा रहा है।
- मरीजों की बढ़ती संख्या को लेकर स्वास्थ्य विभाग से लेकर सरकार तक चिंतित है।
- रोकथाम के लिए तमाम प्रयास जारी है, मगर प्रयास सफल होते नही दिख रहे हैं।
- गौरतलब है कि सरकार द्वारा स्वाइन फ्लू की जांच व इलाज के पुख्ता इंतजाम किये हैं।
- मगर पीजीआइ में नि:शुल्क जांच की सुविधा नही मिल रही है।
- वही kgmu में भी स्वाइन फ्लू जांच की किट का अभाव कभी भी हो सकता है।
- बलरामपुर अस्पताल का हाल भी इनसे जुदा नहीं है।
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- गुरुवार को केजीएमयू में भर्ती सिधौली निवासी 55 वर्षीय महिला मरीज की मौत हो गई है।
- जबकि शहर के विभिन्न क्षेत्रों से करीब 23 मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है।
- नये मरीजों में आधा दर्जन से अधिक पीजीआइ परिसर के हैं।
- जबकि आशियाना, एलडीए कालोनी व आलमबाग क्षेत्र के एक दर्जन मरीज हैं।
- स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मरीजों के घर पहुंच कर मरीजों एवं उनके परिवारीजनों को टैमी फ्लू दवा दी ।
- साथ ही मरीजों को आइसोलेट रहने के तरीके बताये।
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