चर्चित बंटी-बबली कांड में हरदोई पुलिस ने रायगढ़ पुलिस के दावे को ख़ारिज किया है. रायगढ़ पुलिस का दावा था कि आरोपी उनके सामने था लेकिन वारंट न होने के कारण हरदोई पुलिस ने गिरफ्तार करने की अनुमति नही दी थी. इस पूरे प्रकरण पर एसपी हरदोई ने हमारी टीम से बात की. उन्होंने कहा कि हरदोई पुलिस ने अपनी टीम रायगढ़ पुलिस के साथ भेजी थी लेकिन आरोपी फरार था.

हरदोई पुलिस मदद को तैयार:

  • एसपी हरदोई ने कहा कि रायगढ़ पुलिस को हमारी जरुरत है तो मदद की जाएगी.
  • आरोपी के खिलाफ दर्ज मुक़दमे की कॉपी वारंट और जरुरी कागजात लेकर आना होगा.
  • हमारी टीम उनके साथ जाएगी.
  • आरोपी के पकड़े जाने पर ट्रांजिट रिमांड बनाकर उन्हें रायगढ़ पुलिस को सौंप दिया जायेगा.
  • उन्होंने कहा कि रायगढ़ पुलिस मामले में लापरवाही बरत रही है.
  • उन्होंने कहा कि अगर आरोपी को पकड़ना है तो ट्रैक करने के लिए थोड़ा वक्त लगेगा.
  • लेकिन रायगढ़ की चक्रधर नगर पुलिस खानापूर्ति करती दिखाई दे रही है.

यूपी पुलिस के नाक के नीचे ‘बंटी और बबली’!

हरदोई के हैं बंटी और बबली:

  • रायगढ़ की रहने वाली रौशनी अम्बुवानी की श्रुति सिंह फेसबुक से दोस्ती हुई.
  • असल जिंदगी में इतने करीब आ गए कि दो महीनों में ही इन्होने कार की डील कर ली.
  • दोनों रौशनी अम्बुवानी के घर रायगढ़ पहुँच गए.
  • इन दोनों ने अपना ठिकाना लखनऊ बता रखा था.
  • लड़की के पति बताये जाने वाले राजेन्द्र ठाकुर ने इन्हें अपनी ही कार बेच देने का ऑफर दिया.
  • ये डील 5 लाख 51 हजार में फाइनल हुई.
  • पैसे भी ले लिए बंटी बबली ने और कार भी उड़ा ले गए.
  • पूरा मामला पिछले साल सितम्बर महीने का है.
  • हालाँकि कार के कागज पर हरदोई का पता लिखा हुआ है.
  • अम्बुवानी दम्पति ने कार की वेरिफिकेशन के लिए डील के वक्त देखा था और कन्फर्म किया था.
  • जिसके बाद इस मामले में जाँच को थोड़ा बल मिला था.
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