आजादी के संघर्ष की क्रांतिधरा मेरठ में आजकल योगी सरकार की मंशा के खिलाफ एक क्रांति शुरू हुई है. योगी सरकार के फरमान की मुखालिफत करने वाले कोई और नही खुद भाजपा के नेता है. भाजपा के नेताओं की आजकल मेरठ के मंडलायुक्त प्रभात कुमार से ठनी हुई है. मुद्दा है शहर के अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई का अभियान. मंडलायुक्त ने सरकार के आदेश पर 600 से ज्यादा अवैध निर्माणों पर कार्रवाई शुरू कराई तो बीजेपी के नेताओं ने कमिश्नर के खिलाफ मोर्चा खोलकर अभियान रूकवा दिया है. बीजेपी के दिग्गज नेता कानून के इतर अपनी शर्तो पर अपने चहेतों के अवैध निर्माणों को कानूनी चोला ओढ़ाना चाहते है.
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मंडलायुक्त का तबादला कराने में जुटे भाजपा नेता
- बसपा और सपा की सरकार में आवास विकास और एमडीए में मलाई काटने वाले अफसरों ने शहर में अवैध निर्माणों की झड़ी लगा दी है.
- ऐसे में अफसर अपनी जेबें गर्म करके चैन की नींद सोते रहे.
- इस दौरान बिना नक्शा और प्लानिंग के हजारों अवैध निर्माण शहर में खड़े हो गये.
- इस बीच योगी सरकार ने प्रदेश भर में अवैध निर्माणों के खिलाफ अभियान चलाने के आदेश दिये.
- जिसके तहत मेरठ के कमिश्नर प्रभात कुमार ने एमडीए और आवास विकास के अफसरों को सड़क पर उतार दिया.
- अभियान चला और व्यापारियों से लेकर धन्नासेठ तक के अवैध निर्माणों पर सीलिंग और ध्वस्तीकरण की कार्रवाई हुई.
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- मामला अटका भाजपा के कुछ बेहद खास व्यापारियों पर कार्रवाई को लेकर.
- भाजपा नेताओं ने अपनो पर डंडा चलते देख अपनी ही सरकार के आदेश की धज्जियां उड़ाना शुरू कर दिया.
- बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेई ने अफसरों पर सत्ता का रूतबा झाड़ते हुए कार्रवाई रूकवा दी और कमिश्नर से कार्रवाई का विरोध किया.
- इतना ही नही तमाम मुद्दो के लेकर अलग-थलग रहने वाले भाजपा के सांसद, विधायक और संगठन के नेता इस मुद्दे पर एक ही छतरी के नीचे आ गये और कमिश्नर के आदेश का विरोध शुरू कर दिया.
पूरे शहर में कहीं भी कार्रवाई नही होने देगे-
- लक्ष्मीकांत वाजपेई चाहते है कि एमडीए और आवास विकास में उनका रूतबा और अधिकार सरकारी अफसर जैसा हो.
- उनका मानना है कि अवैध निर्माणो पर क्या कार्रवाई होगी क्या नही इसके अधिकार उनके हाथ में हो नही तो पूरे शहर में कहीं भी कार्रवाई नही होने देगे.
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- दरअसल जिन अवैध निर्माणो पर कार्रवाई हुई है वह भाजपा नेताओं के करीबी है
- एक अवैध निर्माण तो सपा सरकार के मंत्री शाहिद मंजूर का है.
- लेकिन उसे बचाने का ठेका भी भाजपा के नेताओं ने उठा लिया है.
- गौरतलब हो कि ऐसे लोगो को बचाने के बदले भाजपा नेताओं के स्वार्थ भी जुड़े होगे.
- यानी भाजपा नेताओं के स्वार्थ यूपी की योगी सरकार के फरमान पर भारी है.
सीज किये गये सभी अवैध निर्माणो पर कार्रवाई रोकी गई-
- इस मामले में कांग्रेस प्रदेश संगठन मंत्री डॉ. प्रदीप अरोड़ा से भी बात की गई.
- उन्होंने बताया भाजपा नेताओं ने फिलहाल सीज किये गये सभी अवैध निर्माणो पर कार्रवाई रूकवा दी है.
- अब दो महीनों तक शहर में कोई कार्रवाई नही होगी।.
- भाजपा नेताओं ने अगली प्रक्रिया के लिए शर्त भी रखी है.
- जिसके मुताबिक अवैध निर्माण का अब नक्शा पास किया जायेगा और अवैध निर्माण कम्पाउंड होगा.
- जो निर्माण कम्पाउंड नही हो सकता उसका क्या होगा ये फैसला भी बीजेपी के नेता ही करना चाहते है.
सियासत से दुखी मेरठ कमिश्नर प्रभात कुमार
- अपने खिलाफ हो रही सियासत से दुखी कमिश्नर प्रभात कुमार ने अवैध निर्माणों के खिलाफ अभियान पर अपना हाथ हल्का कर दिया है.
- उनका कहना है कि बीजेपी नेताओं का जो रोल है वह वो कर रहे है.
- भाजपाईयों के इस मोर्चे से जिले के अफसरों में निराशा का माहौल बन गया है.
- काम से आगे सबको अपनी कुर्सी की फिक्र सताने लगी है.
- सवाल यह है कि सही काम करने वाले अफसरों को अगर ऐसा विरोध देखने को मिलेगा.
- तो वह कार्रवाई में अपनी गर्दन क्यों फँसायेगा.
- सवाल यह भी है कि ऐसा माहौल तो बसपा और सपा के राज में भी होता था.
- फिर भाजपा के राज में आखिर बदला क्या है?
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