देश की राजनीति मौजूदा समय में पेशा बनती जा रही है, जिसके तहत राजनैतिक दल या राजनेता अपने-अपने बच्चों और परिवारों को राजनीति को फैमिली बिज़नेस समझकर भेजते रहते हैं। बीते कुछ समय से भारतीय जनता पार्टी ने देश में वंशवाद की राजनीति करने वाले दलों को हमेशा टारगेट किया है, लेकिन उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने खुद अपनी बेड़ियाँ तोड़ते हुए वंशवाद(BJP nepotism) की राह पकड़ ली है।
उप-मुख्यमंत्री इलाहाबाद से उतार सकते हैं अपने बेटे को(BJP nepotism):
- वंशवाद की राजनीति का मुखर विरोध करने वाली भाजपा भी वंशवाद की राजनीति के गलियारे में जा चुकी है।
- जिसका ताजा उदाहरण है कि, इलाहाबाद शहर में जगह-जगह केशव प्रसाद मौर्य के बेटे की होर्डिंग लगी हुई हैं।
- इन होर्डिंग्स में केशव मौर्य के बेटे के साथ BJP नेताओं की भी तस्वीर है।
- खुद उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी अपने बेटे के साथ होर्डिंग्स में नजर आ रहे हैं।
अपने बेटे को राजनीति में उतारने की तैयारी कर रहे हैं उप-मुख्यमंत्री?(BJP nepotism):
- उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बेटे की भाजपा नेताओं के साथ होर्डिंग्स से पूरे इलाहाबाद को पाट दिया गया है।
- जिसके बाद यह सवाल उठने शुरू हो गए हैं कि, क्या उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य अपने बेटे को राजनीति में उतारने की तैयारी कर रहे हैं?
- या फिर भाजपा भी अन्य दलों की तरह ही वंशवाद की राह पर चल पड़ी है।
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