बहुजन समाज पार्टी की तरफ से राज्यसभा उम्मीदवार घोषित किये गये डॉ0 सतीश चन्द्र मिश्र और डॉ0 अशोक सिद्धार्थ ने आज अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। इसके साथ ही बसपा के तीन विधान परिषद सदस्यों ने भी नामांकन दाखिल किया है। विधान परिषद के लिए घोषित प्रत्याशी अतर सिंह राव, दिनेश चन्द्र और सुरेश कश्यप ने भी आज नामांकन की प्रक्रियी पूरी कर ली।

डॉ0 सतीश चन्द्र मिश्रः

सतीश चन्द्र मिश्र जैसे भरोसेमंद बाम्हण चेहरे को राज्यसभा भेजकर बसपा ने साफ कर दिया है वह अगला विधानसभा चुनाव सोशल इंजीनियरिंग के फार्मूले पर ही लड़ेगी। उसका पूरा जोर बाम्हण-दलित गठजोड़ पर रहेगा। सतीश चन्द्र मिश्र को मायावती लगातार तीसरी बार राज्यसभा भेज रहीं हैं।

डॉ0 अशोक सिद्धार्थः

2008 में मायावती के निर्देश पर सरकारी नौकरी से इस्तीफा देकर सक्रिय राजनीती में पादर्पण करने वाले डॉ0 अशोक सिद्धार्थ दलित समाज से आते हैं। वह फर्रूखाबाद जिले के गुरसरायगंज में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में तैनात थे। इससे पहले 2009 में मायावती ने उन्हें विधान परिषद भेजा था डॉ0 सिद्धार्थ ने झांसी मेडिकल कालेज से आर्थोमेट्री डिप्लोमा हासिल किया है। वर्तमान में डॉ0 सिद्धार्थ बुंदेलखण्ड और कानपुर के जोनल कोऑर्डिनेटर हैं। इसके साथ ही बसपा सुप्रीमों ने उन्हें केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक का स्टेट कोऑर्डिनेटर भी नियुक्त किया है।

सुरेश कश्यपः

गाजियाबाद जिले के साहिबाबाद के रहने वाले सुरेश कश्यप वर्तमान में बसपा के जोनल कोऑर्डिनेटर हैं। वह पिछले ग्यारह सालों से बसपा में सक्रिय हैं, और राज्यसभा सांसद नरेन्द्र कश्यप के पार्टी से निष्कासन के बाद उनकी विधान परिषद उम्मीदवारी तय मानी जा रही थी।

अतर सिंह रावः

बसपा के दूसरे विधान परिषद उम्मीदवार अतर सिंह राव बसपा के पुराने कार्यकर्ता हैं, और मेरठ जिले से सम्बंध रखते हैं। वह बसपा के साथ 1986 से जुड़े हुए हैं। अतर सिंह राव पार्टी में बूथ अध्यक्ष, सेक्टर अध्यक्ष, सेक्टर प्रभारी, जिला सचिव, विधानसभा प्रभारी, जिला प्रभारी के पद पर रहने के बाद अब मंडल कोऑर्डिनेटर हैं।

दिनेश चंद्रः

वहीं सुलतानपुर जिले के 38 वर्षीय दिनेश चंद्र 2002 से बसपा से जुड़े हुए हैं। वह पार्टी में जिला प्रभारी, लोकसभा प्रभारी और जिलाध्यक्ष की भूमिका निभा चुके हैं।

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें