उत्तर प्रदेश सरकार गांधी जयंती के मौके पर सूबे के लोगों को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का तोहफा देने की तैयारी कर रही है। इसके लिए अधिकारियों ने यूपीडा को काम में तेजी लाने के निर्देश दिये हैं। आज प्रदेश के प्रमुख सचिव एवं महानिदेशक पर्यटन नवनीत सहगल ने एक्सप्रेस-वे का निरीक्षण किया।
- मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद एक्सप्रेस-वे के निर्माण में जुटी एजेंसियों से कार्य में तेजी लाने के लिए कहा है।
- मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद निर्माण कार्य में लगे अधिकारी डेडलाइन से पहले कार्य समाप्त करने के लिए मेहनत कर रहें हैं।
- यूपीडा ने बताया कि एक्सप्रेस-वे की करीब 250 किलोमीटर सड़क पक्की हो गई है।
- एक्सप्रेस-वे पर 50 से ज्यादा पुल, चार आरओबी, कई इंटरचेंजर व अंडरपास भी बनवाए जाने हैं।
- इसके लिए यूपीडा ने रेलवे से संपर्क कर जल्द से जल्द आरओबी क्लीयरेंस देने का आग्रह किया है।
जानिए क्या है खासः
- यह एक्सप्रेस वे छः लेन का होगा ।
- जिसे भविष्य में आठ लेन का बनाया जा सकेगा ।
- हांलाकि, निर्माणाधीन संरचना आठ लेन के अनुसार ही बनायी जा रही है।
- इसके निर्माण के लिये 10 जिलों के 232 गाँवों 3420 हेक्टेयर भूमि भूमि 30,456 किसानों से प्राप्त की गई है।
- आगरा एक्सप्रेस वे 110 मीटर चौड़ा और 6 लेन का होगा ।
- इस एक्सप्रेस वे लखनऊ के मोहान रोड पर स्थित सारोसा-भरोसा गाँव से शुरू होकर आगरा के एतमादपुर मदरा गाँव पर समाप्त होगा।
- भारतीय वायु सेना द्वारा अपने विमानों को आपातकाल स्थिति में इस एक्सप्रेस वे का उपयोग हवाई पट्टी के रूप में करने की इच्छा व्यक्ति की थी ।
- जिसके बाद से ही भारतीय वायु सेना द्वारा जताई गयी इच्छा के अनुरूप परिवर्तन किये जा रहे हैं ।
- लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे बनने के बाद इस पर भारतीय वायुसेना आपने विमानों को भी उतार सकेगा ।
- लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे के किनारे ग्रीन बेल्ट भी विकसित होगी ।
- जिसके अंतर्गत 3 लाख पौधें लगाये जायेगें ।
- एक्सप्रेस वे पर कृषि मंडी, स्मार्ट सिटिज और फिल्म सिटी की भी स्थापना की जायेगी ।
- जिससे भविष्य में रोजगार के कई अवसर प्रदान होगें ।
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मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्टः
- एक्सप्रेस-वे को नियत समय में पूरा कराने के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाले प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग ग्रुप (पीएमजी) को प्रगति की नियमित निगरानी का जिम्मा सौंपा गया है।
- विधानसभा चुनाव से पहले एक्सप्रेस-वे को पूरा कराने के लिए शासन स्तर पर प्रयास किये जा रहें हैं।
- लेकिन अब मुख्यमंत्री ने 2 अक्टूबर को इस एक्सप्रेस-वे पर वाहन चलाने की इच्छा जताकर निर्माण एजेंसियों पर दबाव बढ़ा दिया है।
- लगभग 15 हजार करोड़ रुपये की लागत से बन रहा आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक है।
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