मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से टीसीएस के सीईओ राजेश गोपीनाथन से शुक्रवार को मुलाकात (yogi adityanath meeting) की। टीसीएस के नोएडा ऑफिस के एक्सटेंशन तक लखनऊ यूनिटी काम करती रहेगी।
डीएसडी इलेवन ने जीता IGCL लखनऊ संस्करण का खिताब!
- नोएडा सेंटर का काम पूरा होने पर कर्मचारियों को नोएडा शिफ्ट होने का विकल्प दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने लखनऊ में भी टीसीएस को जमीन उलब्ध कराने की बात कहीं है।
- अगर जमीन मिलती है तो दूसरे चरण में लखनऊ में एक सेंटर बनाने पर कंपनी विचार करेगी।
- टीसीएस अपने लखनऊ स्थित क्षेत्रीय कार्यालय को बंद कर यहां काम कर रहे करीब दो हजार आईटी प्रोफेशनल्स को दूसरे शहरों में शिफ्ट करने की तैयारी लगा था। इस मुलाकात के परिणाम से उन्हें काफी राहत मिली है।
- टीसीएस के संस्थापक एफसी कोहली ने टाटा समूह के प्रमुख रतन टाटा के नेतृत्व में 33 साल पहले लखनऊ टीसीएस की स्थापना की थी।
BRD मेडिकल कॉलेज में मरने वाले 30 बच्चों की संख्या घटकर 7 हुई!
क्या है पूरा मामला?
- गौरतलब हो कि पिछले दिनों (yogi adityanath meeting) कंपनी के एचआर हेड व एडमिनिस्ट्रेटर्स ने कर्मचारियों से लखनऊ ऑफिस बंद होने की घोषणा की थी।
- कंपनी के अधिकारियों द्वारा दोबारा इस निर्णय के दोहराए जाने से कर्मचारी आहत थे।
- हर स्तर पर किए जा रहे प्रयास के तहत कर्मचारियों ने पूर्व सीएम अखिलेश से भी मुलाकात की थी।
- कर्मचारियों ने सीएम योगी के आवास के बाहर भी इसको लेकर प्रदर्शन किया था।
- टीसीएस कर्मचारियों का कहना है कि पूर्व सीएम ने बताया कि उनके कार्यकाल में भी टीसीएस के जाने का मुद्दा उठा था।
RTI: गृह मंत्रालय को नहीं पता अर्ध-सैनिक बलों की जनशक्ति!
- इस पर उन्होंने टाटा ग्रुप के चेयरमैन रतन टाटा से बात कर मसले को सार्थक दिशा में हल कराया था।
- लेकिन जब शनिवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तीन दिन के दौरे पर यूपी आये तो टीसीएस कर्मचारियों की समस्या को देखते हुए उनकी बैठक में ये मुद्दा उठा।
सत्ता की भूखी है भाजपा: मायावती!
सैकड़ों कर्मचारियों की नौकरी पर संकट
- लखनऊ इकाई बंद होने की घोषणा के बाद से ही टीसीएस के करीब दो हजार से अधिक कर्मी जॉब को लेकर ऊहापोह की स्थिति में हैं।
- अधिकारी हो या कर्मचारी ट्रांसफर की दशा में संभावित समस्याओं को लेकर सभी चिंतित हैं।
- सूत्रों की मानें तो लखनऊ इकाई बंद होने पर करीब 500 कर्मी जॉब छोड़ सकते हैं।
- टीसीएस की आइओएन विंग में काम करने वाले एक कर्मचारी ने बताया कि लखनऊ ऑफिस अब पूरी तरह बंद होगा, यहां कोई नहीं रहेगा।
हरदोई में बलात्कार के बाद महिला की काटी नाक!
- शुरु में आश्वासन दिया गया था कि आइओएन विभाग बंद नहीं होगा।
- यह सरकार के विभिन्न विभागों की ओर से आयोजित कराई जाने वाली परीक्षाएं करवाने का काम करता है।
- लेकिन पिछले गुरुवार को आइओएन के प्रभारी ने भी लखनऊ से ट्रांसफर होने का ऐलान कर दिया।
- इस यूनिट में कर्मचारियों की संख्या करीब डेढ़ सौ है।
- अधिकांश की सैलरी पंद्रह से बीस हजार के आसपास है।
- नोएडा व (yogi adityanath meeting) अन्य केंद्रों में गुजारा करना मुश्किल होगा।
सीएम योगी कैम्पियरगंज से लड़ सकते हैं चुनाव!
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें