नोएडा के दादरी गांव में चर्चित अखलाक हत्या केस में जाँच के लिए भेजे गए मांस के टुकड़े में बीफ होने की पुष्टि हो गई है! नोएडा पुलिस ने पेश की गई फॉरेंसिक रिपोर्ट में गोमांस होने की बात कही है।

बता दें कि दादरी गांव में एक व्यक्ति की उस वक्त पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी जब उसके खाने में बीफ होने की खबर फैली थी जिसके बाद देश में असहिष्णुता पर डिबेट शुरू हो गई थी और देश भर में अवार्ड वापसी की एक मुहिम चल पड़ी थी जिसके कारण केंद्र में सत्ताधारी मोदी सरकार को जिम्मेदार माना गया था।

दादरी मामले के बाद विवादित बयानों का दौर भी थमता नहीं दिख रहा था और जो लोग तुष्टीकरण की राजनीति करने से पीछे नहीं हटते हैं, इस मामले को ऐसा बना दिया कि बीफ शब्द का इस्तेमाल करना भी बहुत संवेदनशील मुद्दा बनता जा रहा था।

dadri forensic report

दादरी मामले ने ऐसा तूल पकड़ा था कि उस वक्त होने वाले बिहार चुनाव तक इसकी गूंज सुनाई दी और चुनाव के दौरान इस मुद्दे पर भी आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहा। मथुरा में फोरेंसिक जांच कराने की बात भी हुई थी।

हालांकि, इस मामले के यूपी सरकार की तरफ से केंद्र को सौंपी गई रिपोर्ट में कहीं भी बीफ शब्द का इस्तेमाल नहीं किया था अर्थात बीफ के कारण हत्या होने की पुष्टि नहीं हो पाई थी। पुलिस ने अखलाक की पत्नी इकरामन की शिकायत पर रूपेंद्र, विवेक, सचिन, हरि ओम, श्री ओम, विशाल, शिवम, सदीप, सौरभ, गौरव और चार-पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147 (दंगा फैलाने), 148 (दंगा फैलाने, जानलेवा हथियारों से लैस होना), 149 (गैर-कानूनी तरीके से इकट्ठा होना), 323 (जानबूझकर ठेस पहुंचाना), 504 (शांति भंग करने की मंशा से जानबूझकर अपमान करना) सहित कई अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था।

दादरी मामले के बाद असहिष्णुता पर बढ़ी बहस भी राजनीतिक गलियारों में बहुत दिनों तक चली जिसमें बाद में देश के तमाम वर्गों के लोगों ने तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दी थी।

 

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