उत्तर प्रदेश के बरेली में स्थित दरगाह आला हजरत के मौलाना मुफ्ती नईम नूरी ने एक फतवा जारी किया है। इस फतवे के अनुसार किसी मुसलमान का केएफसी में जाकर चिकन खाना इस्लामी कानूनों के खिलाफ है। मुफ्ती के अनुसार मुसलमानों के लिए इस ब्रांड का चिकन खाना पाप है।
मुफ्ती नईम नूरी के अनुसार केएफसी का चिकन खाना गैरइस्लामिक
- बरेली की दरगाह के मौलाना मुफ्ती नईम नूरी ने एक फतवा जारी किया है।
- इस फतवे के अनुसार मुसलमानों के लिए केएफसी का चिकन खाना पाप है।
- उन्होने अपने फतवे में कहा कि दुनियाभर में फेमस फूड कम्पनी केएफसी इस्लामिक शरीयत के अनुसार चिकन नही बनाती है।
- ये कम्पनी मुर्गे को काटते वक्त हलाल तरीके का इस्तेमाल नही करती है।
- मुसलमानों को हलाल मुर्गा खाने की ही अनुमति दी गई है।
- केएफसी में चिकन बनाने के लिए जिस प्रणाली का इस्तेमाल किया जाता है वो इस्लाम के खिलाफ है।
- इस कम्पनी ने कभी भी चिकन बनाने के अपने तरीके को सार्वजिक नही किया है।
- इसलिए मुसलमानों को इस कम्पनी का चिकन खाना हराम है।
- आपको बताते चले कि अभी कुछ दिन पहले ही मुफ्ती नईम नूरी ने पोकोमोन को लेकर एक बेतुका फतवा जारी किया था।
- इस फतवे में मुफ्ती ने कहा था कि मुसलमानों के लिए ये गेम खेलना गैरइस्लामिक है।
- मु्फ्ती ने कहा था कि इस तरह का गेम मुसलमानों के लिए बेेहद खतरनाक हैै।
पोकोमोन पर आला हजरत का फतवा, गेम को खेलना बताया गैर इस्लामिक
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें