उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी सरकार के कार्यकाल के पहले दिन ही सूबे के सभी विभागों को आदेश जारी किये थे, आदेश के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेहद सख्ती से फाइलों के जल्द निस्तारण(files early disposals) की बात कही थी। लेकिन सूबे के प्रशासनिक अधिकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशों की सरेआम अवहेलना कर रहे हैं।
प्रशासनिक अधिकारी कर रहे हैं निस्तारण में देरी(files early disposals):
- यूपी का सीएम बनने के बाद ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूबे के प्रशासन को आदेश जारी किये थे।
- आदेश में सभी सरकारी विभागों में फाइलों के जल्द निस्तारण के आदेश दिए गए थे।
- लेकिन सूबे के प्रशासनिक अधिकारी मुख्यमंत्री योगी के आदेशों की अवहेलना कर रहे हैं।
- वहीँ सरकारी विभागों में आज भी फाइलों के निस्तारण में उतना ही समय लगता था जितना पहले लगता था।
फाइलों के निस्तारण में देरी पर सख्त मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(files early disposals):
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशों की धज्जियाँ सूबे के प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा उड़ाई जा रही हैं।
- वहीँ अधिकारियों द्वारा विभाग की फाइलों के जल्द निस्तारण न किये जाने पर मुख्यमंत्री योगी सख्त हो चुके हैं।
- बीते दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी विभागों को रोकी गयी फाइलों के निस्तारण के आदेश दिए गए थे।
- इस आदेश के तहत सभी विभागों को 3 दिनों के अन्दर फाइलों के निस्तारण के आदेश दिए थे।
15 जुलाई को तलब होगी स्टेटस रिपोर्ट(files early disposals):
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी विभागों को तीन दिनों के अन्दर फाइलों के निस्तारण के आदेश दिए थे।
- जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 15 जुलाई को फाइलों के निस्तारण की स्टेटस रिपोर्ट तलब करेंगे।
अनावश्यक फाइल न रोकें अधिकारी(files early disposals):
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपना कार्यभार सँभालते ही प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया था।
- जिसमें उन्होंने सूबे के प्रशासनिक ढाँचे में बदलाव करने की बात कही थी।
- साथ ही उन्होंने अधिकारियों को भी फाइलों के जल्द निस्तारण के आदेश दिए थे।
- उन्होंने कहा था कि, अधिकारी अनावश्यक फाइलों को न रोकें।
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