बिहार में शराबबंदी होने के बाद भी उसके सीमावर्ती इलाकों में आये दिन शराब के जखीरे पकड़ने का मामला सामने आ रहा है. बिहार का सीमावर्ती जिला होने के नाते जनपद गाजीपुर मे भी दर्जनों बार शराब पकड़ी जा चुकी है. ऐसे में पुलिस से बचने कि लिये शराब तस्करों ने अब एक नया तरीका इजाद किया है. बता दें कि देर रात पकड़ी गयी शराब ट्रक में बने आलमारी के तहखाने में रखी गयी थी. बाहर से देखने में तो ये ट्रक पर लदी कई आलमारी प्रतीत हो रही थी. मगर आलमारी के इस तहखाने में भरी थी शराब.

630 पेटी में भरी थी 30240 बोतल शराब-

  • आलमारी घरों में कपड़े जेवरात व नकदी रखने के लिये प्रयोग की जाती है.
  • लेकिन शराब तस्करों ने अब इसका प्रयोग शराब की तस्करी के लिये भी करना शुरू कर दिया है.
  • बार दें कि देर रात एसटीएफ गोरखपुर की सूचना पर कोतवाली पुलिस ने फुल्लनपुर इलाके में एक ट्रक को रोका.
  • इस ट्रक पर आलमारियां लदी हुई थी.
  • मगर STF और पुलिस का माथा उस वक्त ठनका जब उनकी नज़र गाड़ी की नम्बर प्लेट पर पड़ी.
  • दरअसल पुलिस और STF को इस नंबर गाड़ी की गाडी में शराब तस्करी की सूचना मिली थी.
  • लेकिन इस ट्रक में शराब कही नजर नहीं आ रही थी.
  • इसके बादजूद पुलिस व एसटीएफ ने अपने खबरी पर पूर्ण विश्वास करते हुये उन आलमारियों को ट्रक से उतारना शुरू किया.
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  • इस दौरान शुरू की दो आलमारी तो आराम से उतर गयी.
  • मगर उसके बाद की आलमारी अपनी जगह से टस से मस भी नहीं हुई.
  • तब पुलिस का माथा ठनका और पुलिस ने आलमारी की गहनता से जाँच की.
  • इस दौरान आलमारी का दरवाजा खोला तो नजारा देखकर दंग रह गये.
  • उस आलमारी के अन्दर पूरे ट्रक के बराबर की जगह बनायी गयी थी.
  • जो कि तहखाने की तरह नजर आ रही थी.
  • जिसमें अरूणांचल मेड 630 पेटी जिसमें 30240 शराब की बोतल भरी हुई थी.
  • ये शराब बिहार में खपाने के लिये ले जायी जा रही थी.
  • एसटीएफ ने पूरे माल को कब्जे में लेते हुये दो लोगों को गिरफ्तार कर कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया है.
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