उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में बीते 8 जुलाई को स्थानीय खबरों के अनुसार, जहरीली शराब पीने(illicit liquor incident) से 21 लोगों की मौत हो गयी थी, जिसके बाद कैबिनेट स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बुधवार 12 जुलाई को मामले में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया था।
विधानसभा में उठा बाढ़ का मुद्दा(illicit liquor incident):
- स्वास्थ्य मंत्री और राज्य सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया।
- जिसमें स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने आजमगढ़ में जहरीली शराब से हुई मौतों पर विधानसभा सत्र की कार्यवाही की जानकारी दी।
- इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने जानकारी दी कि, विधानसभा में विपक्ष ने बाढ़ का मुद्दा उठाया था।
- मंत्री ने आगे कहा कि, बाढ़ गंभीर विषय है।
- बांध 100 दिन में नही बनाए जा सकते हैं।
- श्वेत पत्र में हम बताएंगे कि पिछली सरकार ने क्या किया।
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जहरीली शराब से हुई मौतों पर बात(illicit liquor incident):
- 12 लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हुई।
- आज़मगढ़ जाएंगे वरिष्ठ मंत्री।
- मुआवजा भी दिया जाएगा।
- शराब से हुई मौतों को राजनीतिक मुद्दा ना बनाया जाए।
- जहरीली शराब के लिए जागरूकता मुहिम छेड़ी जाएगी।
आबकारी विभाग और पुलिस की लापरवाही(illicit liquor incident):
- स्थानीय खबरों के मुताबिक, आजमगढ़ में जहरीली शराब पीने से करीब 21 लोगों की मौत हो गयी थी।
- यूपी में आबकारी विभाग और पुलिस की लापरवाही एक बार फिर उजागर हुई है।
- इस बार आजमगढ़ जिले में जहरीली शराब पीने से करीब डेढ़ दर्जन लोगों की मौत हो गई थी।
- मामला मीडिया में उछलने के बाद पुलिस और प्रशासन मौतों के आंकड़े को दबाने में जुट गया था।
- एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार ने आजमगढ़ जहरीली शराब कांड पर बोलते हुए कहा कि इस।
- मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं जो दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
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