KGMU में लगी आगे ने भारी तबाही मचाई. करोड़ों का नुकसान हुआ. कई मरीजों ने अपनी जान गंवा दी. लेकिन इसके पीछे लापरवाह लोगों पर कार्रवाई करती नहीं दिख रही है सरकार. मंत्री आशुतोष टंडन के साथ ही सीएम ने निरीक्षण किया था. वहीँ सीएम ने इस आग के बाद जाँच के आदेश भी दिए थे.
मलाईदारों पर कब कसेगा शिकंजा:
- कार्यदायी संस्था सीएनडीएस पर तलवार लटकी है.
- सीएनडीएस के कर्ताधर्ता हैं मुसाफिर यादव जबकि इसके पहले MC सक्सेना देखते थे सारा काम
- इसमें ए के श्रीवास्तव का भी नाम प्रमुखता से सामने आया है.
- जयकार सिंह और डीके गुप्ता के ऊपर भी करोड़ों के ठेके पर हाथ साफ करने का आरोप है.
- 6 वर्षों से KGMU में सीएनडीएस नहीं लगा पाया है पर सिस्टम.
- फायर सिस्टम को लेकर लापरवाही बदस्तूर जारी रही और KGMU में आग की लपटों ने तबाही मचा दी.
विधानसभा में KGMU की आग से सरकार के जले ‘हाथ’!
आर्किटेक का लाइसेंस रद करने की सिफारिश
- डीजी फायर सर्विस ने सीएम को भेजे पत्र में कहा है कि अस्पताल, स्कूल जैसे संवेदनशील भवनों के निर्माण में हो रही लापरवाही हादसों की वजह बन रही है.
- भवनों में सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किए बिना निर्माण कराने वाली कार्यदायी संस्थाओं के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.
- भवन का नक्शा बनाने और उसे अप्रूव करने वाले आर्किटेक का लाइसेंस रद करने की कार्रवाई भी होनी चाहिए.
- एअर हैंडलिंग यूनिट की पॉवर सप्लाई नहीं बंद हुई.
- ट्रॉमा सेंटर में लगी आग की जांच कर रहे डायरेक्टर फायर सर्विस ने बताया कि हर फ्लोर की फॉल्स सीलिंग बिना पार्टिशन के लगा दी गई है.
- डिजास्टर वार्ड के जिस स्टोर में आग लगी उससे करीब पांच मीटर दूर ही एअर हैंडलिंग यूनिट थी.
- बंद वॉर्ड में आग लगने पर फॉल्स सीलिंग के रास्ते धुआं पूरे फ्लोर में फैल गया.
- इस दौरान एअर हैंडलिंग यूनिट की पॉवर सप्लाई बंद नहीं हुई.
- इसकी वजह से डक्ट के रास्ते धुआं तीसरी, चौथी और पांचवीं मंजिल तक पहुंच गया.
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