उत्तर प्रदेश के 2012 के विधानसभा चुनावों में अखिलेश यादव की छवि के दम पर समाजवादी पार्टी ने पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी। ये सपा के इतिहास में पहली बार था कि उसे 200 सेs भी ज्यादा सीट प्राप्त हुई थीं। मगर 2017 के चुनाव में अखिलेश यादव की छवि सपा के काम नहीं आयी और सपा सिर्फ 47 सीटों पर सिमट कर रह गयी। अब विपक्षी दलों ने 2019 को देखते हुए अखिलेश की टक्कर एक युवा चेहरा (leader) मैदान में उतारने का फैसला किया है।

 

जयंत संभालेंगे रालोद की कमान (leader) :

  • यूपी में समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव की टक्कर में अभी तक कोई भी युवा चेहरा नहीं है।
  • इसी कारण विपक्षी पार्टियों ने 2019 को ध्यान में रखते हुए इसका काट निकालना शुरू कर दिया है।
  • 2019 में भाजपा की मोदी लहर का सामना करने के लिए रालोद ने भी तैयारी कर ली है।
  • इसके लिये पार्टी ने उपाध्यक्ष के पद पर जयंत चौधरी को नियुक्त कर दिया है।
  • पार्टी अध्यक्ष चौधरी अजीत सिंह ने बैठक के दौरान इसकी घोषणा की।
  • रालोद का मानना है कि ऐसा करने से युवाओं का रुझान पार्टी की तरफ बढ़ेगा।

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  • पार्टी उपाध्यक्ष जयंत चौधरी इसके पहले पार्टी में महासचिव के पद पर थे।
  • 2009 में उत्तर प्रदेश के मथुरा से जयंत चौधरी को सांसद चुना गया था।

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  • मगर 2014 में आयी मोदी लहर में वे अपनी सीट नहीं बचा सके और हार गए थे।
  • जयंत में एक ख़ास बात है कि वे पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह के बारे में ज्यादा बोलते हैं।
  • रालोद उपाध्यक्ष की शिक्षा लंदन के एक नामी स्कूल में हुई है।
  • साथ ही जयंत चौधरी ने एक पंजाबी लड़की से शादी कर सबको चौंका दिया था।

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