CAG की रिपोर्ट को आए हुए अभी 1 सप्ताह भी नहीं गुजरा की ट्रेनों में पेंट्रीकार द्वारा दिए जाने वाले खाने में शिकायतों के सिलसिला फिर से शुरू हो गया है. यही नहीं खराब खाने की यात्रियों द्वारा शिकायत करने पर अब प्रभु की रेल के कर्मचारी भी यात्रियों के सुधि नहीं ले रहे हैं. ताजा मामला 12303 पूर्वा एक्सप्रेस का है. जिसमें सफर कर रहे यात्रियों के खाने में मरी हुई छिपकली मिली. यात्रियों ने इसकी शिकायत कोच अटेंडेंट और TT से की. लेकिन इसके बाद भी किसी ने सुनवाई नही की.
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ट्विटर पर की गई रेल मंत्रालय से शिकायत-
- ‘12303’ पूर्वा एक्सप्रेस में सफर कर रहे यात्रियों के खाने में मरी हुई छिपकली मिली.
- जिसकी शिकायत कोच अटेंडेंट और TT से करने बाद भी कोई सुनवाई नही की गई.
- सुनवाई ना होता देख यात्री ने रेल मंत्री और रेल मंत्रालय को ट्विटर पर शिकायत की.
- बड़ी बात यह है कि खाना खाने के बाद यात्री की तबीयत बिगड़ने लगी.
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- इस दौरान भी यात्री को किसी प्रकार की कोई सहायता नहीं दी गई.
- यही नहीं पटना जीआरपी ने यात्री का खाना लेकर ट्रेन के बाहर फेंक दिया.
- ट्विटर पर की गई शिकायत का संज्ञान लेकर मुगलसराय स्टेशन पर यात्रियों को दवा दी गई.
- इसके बाद ट्रेन आगे के लिए रवाना हुई.
ये है पूरा मामला-
- दरअसल इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ताओ का एक ग्रुप झारखंड के देवघर स्थित बाबा बैजनाथ धाम के दर्शन के लिए गया था.
- ये लोग बाबा बैजनाथ के दर्शन कर 12303 अप पूर्वा एक्सप्रेस से देवघर से इलाहाबाद लौट रहे थे.
- मोकामा स्टेशन के पास इन्होंने चलती ट्रेन में पेंट्रीकार में वेज बिरयानी खाने का आर्डर दिया.
- पैंट्री कार द्वारा दिए गए खाने को अधिवक्ता लोग जब खाना खा रहे थे तभी एक डब्बे में मरी हुई छिपकली निकली.
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- इसी दौरान एक यात्री की तबीयत बिगड़ने लगी.
- ट्रेन जब पटना स्टेशन पहुंची यात्रियों ने इस मामले की शिकायत की.
- लेकिन उनकी शिकायत पर कोई ध्यान नहीं दिया गया.
- जब ट्रेन बक्सर स्टेशन के आसपास थी तो अधिवक्ताओ ने पूरे मामले की शिकायत रेल मंत्री सुरेश प्रभु और रेल मंत्रालय से ट्विटर पर कर दी.
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- इस दौरान पटना जीआरपी ने यात्रियों के खाने को ट्रेन के बाहर फेंक दिया.
- अधिवक्ताओं के कुछ मित्र पटना में थे जिनसे इन्होंने दवा मंगाई.
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